आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

26 अप्रैल 2013

हाल ही में जजों के अनुशासन के लियें एक बेतुका फेसला

हाल ही में जजों के अनुशासन के लियें एक बेतुका फेसला जिसमे वकीलों की पार्टियों में जजों को जाने से पाबन्द किया था बदल दिया गया है ..दोस्तों इस बेतुके फेसले को हास्यास्पद ही कहा जाने लगा था सभी जानते है के वकील और जजों में  सम्बन्ध है सभी अपने कर्तव्य निभाते है और इमानदारी से निभाना भी चाहिए लेकिन एक दुसरे से अलग अलग ना मुमकिन सा लगता है ...सभी जानते है के जज बन्ने के लियें पहली सीडी वकील बनना होती है और एक जज जब वकील रहता है तो वोह किसी का दोस्त किसी का जूनियर किसी का सीनियर होता है और एक दुसरे से प्र्गाद रिश्ते हो जाते है ऐसे में शादी ब्याह पार्टियों में अगर नहीं आये जाए तो लानत ही कही जाएगी ..वेसे दोस्तों जजों के लियें और दुसरे कानून है राजस्थान में तो जजों के लियें कितना सामान खरीदोगे ...इसकी सुचना अधिकारीयों को डोज घर का कोई फंक्शन होगा तो कितने रूपये तक की गिफ्ट ले सकेंगे सब कुछ लिखा है पोस्टिंग किसका कहाँ होगा लिखा है कोण जज केसा कम करेगा लिखा है लेकिन किताबों में लिखा है भाई ....अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...