मुझ से लोग
न जाने क्यूँ
कहने लगे है
मेरी सोच
सिर्फ और सिर्फ
तुम से ही शुरू होती है
और तुम पर ही खत्म होने लगी है
मेरी धडकन
मेरी साँसे तुमसे है
ओर तुम्हारे लियें ही
खत्म होने लगी है .....
न जाने क्यूँ
कहने लगे है
मेरी सोच
सिर्फ और सिर्फ
तुम से ही शुरू होती है
और तुम पर ही खत्म होने लगी है
मेरी धडकन
मेरी साँसे तुमसे है
ओर तुम्हारे लियें ही
खत्म होने लगी है .....
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