आपका-अख्तर खान

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15 मार्च 2013

फक्र हे मुझे .अपनी नाक पर

फक्र हे मुझे .अपनी नाक पर
मुझे फक्र है अपने अहसास पर
दूर से आने पर ही
मुझे उसकी खुशबु
उसके झोंके का
अहसास होता है

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