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02 मार्च 2013

तेरा मेरा रिश्ता ............!

Saroj Singh
तेरा मेरा रिश्ता ............!
महरूमी और मसर्रत के दरम्यानी फासले सा है ....
जो एक पल को रुलाती, तो इक पल को हंसाती भी है .....
या यूं कहें के हमारा रिश्ता जिंदगी सा है ......
इन्ही दरमियानी फासले को जिंदगी भी तो कहते हैं शायद !
~s-roz~

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