भारत के टेक-सेवी मुख्मंत्रियों में शामिल और बीजेपी की ओर से पीएम पद
के दावेदार नरेंद्र मोदी पर अक्सर अपने प्रचार के लिए फर्जी अकाउंट
खुलवाने के आरोप लगते रहे हैं। ट्विटर पर उनके फॉलोअर्स की संख्या 13 लाख
से ज्यादा है लेकिन उनके आलोचकों का कहना है कि इसमें से कई अकाउंट फर्जी
है। मामला जो भी हो लेकिन मोदी सोशल मीडिया और युवाओं की ताकत पहचानते हैं।
युवाओं के रुझान को देखते हुए वे हमेशा सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज
कराते रहते हैं। मोदी देश-विदेश के किसी भी सम्मेलन में जाएं सम्मेलन खत्म
होने से पहले ही उनके ट्विटर अकाउंट या वेबसाइट से उनकी फोटो सोशल मीडिया
और मीडिया तक पहुंच जाती हैं। इससे पहले मोदी पर अपनी छवि निखारने के लिए
विदेशी फर्म की सेवा लेने का भी आरोप लगा था। लेकिन इस बार जम्मू और कश्मीर
के मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने उनकी पोल खोली है।
मोदी की चालाकी ऐसे पकड़ में आई कि गुजरात सरकार ने प्रेस रिलीज जारी
कर कहा कि नरेंद्र मोदी को गूगल समिट में बुलाया गया है और वह इस समिट में
बुलाए जाने वाले देश के इकलौते सीएम हैं। सरकारी प्रेस रिलीज होने की वजह
से इसे पूरा सच मानकर कई समाचार एजेंसियों ने खबर को चलाया। लेकिन कुछ ही
देर बाद जम्मू और कश्मीर के युवा मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने ट्विट कर इस
खबर का मजाक उड़ाया। उमर ने ट्विट कर कहा कि इस समिट में जाने वाले मोदी
देश के अकेले सीएम नहीं हैं और उन्हें भी इस समिट में बुलाया गया है। मोदी
पहले भी ऐसे विवादों में घिर चुके हैं।
राज्य सरकार की और से दी गई इस खबर के मुताबिक गूगल ने नरेंद्र मोदी
को 21 मार्च को होने वाले 'गूगल बिग टेंट एक्टिवेट समिट 2013' में गूगल
हैंगआउट से भाषण देने का न्यौता दिया था। मोदी इससे पहले भी अगस्त 2012 में
अपनी बात रखने के लिए गूगल हैंगआउट का सहारा ले चुके हैं। इस आयोजन की थीम
'टेक्नोलॉजी इन पॉलिटिक्स' है। राज्य सरकार की ओर से दी गई इस खबर में कहा
गया था कि भाषण देने से पहले मोदी गूगल पल्स हैंगआउट के जरिए गूगल इंक. के
चेयरमैन एरिक स्मिट से भी बात करेंगे।
मोदी के अलावा समिट में ब्रिटिश अखबार 'द गार्डियन' के प्रधान संपादक
एलन रूसब्रिजर और 2008 और 2012 में बराक ओबामा के चुनाव प्रचार में डिप्टी
डायरेक्टर रहे स्टेफनी कटर भी भाग लेंगे। इस समिट में इंटरनेट की भारत के
व्यापार, अर्थव्यवस्था, राजनीति और प्रशासन, संस्कृति, मीडिया और शिक्षा के
भविष्य को गढ़ने की भूमिका पर चर्चा की जाएगी। गूगल अक्सर बिग टेंट समिट
आयोजित करता रहता है और इसमें दुनिया भर के शीर्ष राजनेता और चिंतक कई
मुद्दों पर बात करते हैं। यह आयोजन न्यूयॉर्क, लंदन, बर्लिन, मैड्रिड,
नैरोबी, मॉस्को और सियोल में आयोजित हुए हैं। इस खबर के आने पर उमर
अबदुल्ला ने ट्वीट किया कि भारत से इस समिट में जाने वाले मोदी अकेले सीएम
नहीं हैं। गूगल टेंट में उन्हें भी बुलाया गया है। उन्हें इस ट्वीट को
सैकड़ों लोगों ने रीट्वीट किया और मोदी के फील गुड वाले प्रचार अभियान की
पोल खुल गई।
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