नन्हें आविष्कारक मनु चोपड़ा ने करीब डेढ़ साल की कड़ी मेहनत के बाद इस घड़ीनुमा नीले डिवाइस को तैयार किया है।यह तकनीक लड़कियों के नर्वस सिस्टम पर आधारित है जिसे रीड कर यह एक्टिवेट होता है और वॉइस कमांड मिलते ही यह हमलावर को बिजली के झटके देना शुरू कर देता है।
यही नहीं बिना रुके इस पूरे घटनाक्रम को कैमरे में भी कैद करता जाता है और एसओएस मैसेज और जीपीएस की मदद से नजदीकी पुलिस थाने और पीडि़त के करीबियों तक खतरे की जानकारी देता है और आसानी से उसका लोकेशन भी शेयर करता जाता है।
कैसे करता है काम : आपातकाल स्थिति में किसी भी व्यक्ति का पल्स रेट 119 तक पहुंच जाता है। यह वह स्थिति होती है जब कोई काफी डरा हुआ होता है।
ऐसी स्थिति में यह नीले रंग का उपकरण एक्टिवेट होने की प्रक्रिया में आ जाता है। इसके बाद वॉइस कमांड 'एक्टिवेट' मिलते ही इस पर लगे एन्ड्रॉयड लॉक स्क्रीन पर इसके एक्टिव होने की जानकारी देता है और हमलावर को अस्थाई रूप से आठ एम्पियर के साथ ही बिजली के झटके लगते हैं। इस पर लगे कैमरे एक्टिवेट हो जाते हैं और बिना रुके हर एंगल से हमलावर के लगातार सौ फेाटो खींचते हंै।
खास चिप की मदद से यह फोटो नजदीकी पुलिस थाने तक पहुंचेगा जो लोकल पुलिस को इन्वेस्टिगेशन में मदद करेगी। एसओएस मैसेज की मदद से चार करीबी लोगों तक इस दुर्घटना की जानकारी जाएगी और जीपीएस सिस्टम की मदद से पीडि़त के लोकेशन की पड़ताल तुरंत हो सकेगी।
जवाब देंहटाएंआपकी किसी नयी -पुरानी पोस्ट की हल चल बृहस्पतिवार 17-01-2013 को यहाँ भी है
.... आज की नयी पुरानी हलचल में ....
.. आज की नयी पुरानी हलचल में ...फिर नया दिनमान आया ......संगीता स्वरूप
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इस यन्त्र का कमर्शियल उत्पादन होना चाहिए .कम कीमत पर ल्माहिलायों को मिलना चाहिए
जवाब देंहटाएंNew post कुछ पता नहीं !!! (द्वितीय भाग )
New post: कुछ पता नहीं !!!
शाबाशी मिलनी चाहिए तुम्हें बेटा !
जवाब देंहटाएं~May God Bless You!!!
बहुत ही सुंदर अभिव्यक्ति ....आप भी पधारो आपका स्वागत है मेरा पता है ...http://pankajkrsah.blogspot.com
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी...
जवाब देंहटाएंबड़े काम की चीज़...
आभार
अनु