आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

01 जनवरी 2013

दिल्‍ली गैंग रेप: 1000 पेज की चार्जशीट, राम सिंह ने की थी झगड़े की शुरुआत!


नई दिल्‍ली. दिल्ली में गैंग रेप की घटना पर देशवासियों में गम और गुस्‍सा बरकरार है। लोग नए साल के पहले दिन जश्‍न मनाने के बजाय पीडि़त छात्रा को न्‍याय दिलाने के संकल्‍प के साथ सड़कों पर है। गैंग रेप की शिकार लड़की की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट आज आ सकती है। आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार कर ली गई है। दिल्ली पुलिस ने गैंगरेप मामले में चार्जशीट तैयार कर ली है। पांच आरोपियों के खिलाफ 3 जनवरी को साकेत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल होगी। जबकि 15 साल के छठे आरोपी के खिलाफ किशोर न्यायालय में अलग रिपोर्ट पेश होगी।

सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने दुष्कर्मियों के लिए मौत की सजा मांगी है। सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में पुलिस ने बलात्कार के अलावा डकैती और हत्या का आरोप भी लगाया गया है। इन्हीं  आधारों पर उन्हें मौत की सजा देने की मांग की जाएगी। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक करीब 1000 पेज की चार्जशीट तैयार है। सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में पुलिस ने लिखा है कि जब पीड़ित लड़की अपने दोस्त के साथ बस में चढ़ी तो तीन आरोपी यात्री के रूप में बस में बैठे थे। ऐसा इसलिए किया गया कि लड़की और उसके दोस्त को किसी तरह का शक न हो। चार्जशीट के मुताबिक आरोपियों ने लड़़की के दोस्त से यह कहकर झगड़ा शुरू किया कि लड़की को लेकर कहां जा रहे हो। झगड़े की शुरुआत राम सिंह ने की और बाद में आरोपियों ने रॉड से पिटाई की। घटना के बाद सुबूत मिटाते समय दो लोग बतौर गवाह मौजूद थे। दिल्ली पुलिस 10 जनवरी तक एक पूरक चार्जशीट भी दाखिल कर सकती है, जिसमें डीएनए रिपोर्ट भी शामिल होगी। पुलिस ने इस मामले में करीब 30 लोगों को गवाह बनाया है।
 
देश की राजधानी में हुई यह शर्मनाक घटना चीनी मीडिया में भी छाई हुई है। एक चीनी अखबार ने इस घटना का उदाहरण देते हुए लिखा है कि भारत में वास्तविक लैंगिक समानता की कमी है। 'ग्लोबल टाइम्स' ने लिखा है कि भारत में महिलाओं का उत्पीडऩ चौंकाने वाला है। नई दिल्ली में 2011 में दुष्कर्म के 572 मामले आए। पिछले 40 वर्षों में इनकी संख्या में सात गुना वृद्धि हुई है। अखबार ने लिखा है कि छह दशक पहले चीन और भारत का विकास स्तर एक जैसा था। अब चीन द्वारा सुधारों को लागू करने से अंतर काफी बड़ा हो गया है। विश्लेषक कहते हैं कि भारत आर्थिक विकास में चीन से करीब एक दशक पीछे है। सामाजिक विकास में तो वह तीन दशक पीछे चल रहा है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...