फेसबुक कहता है कि वो आपके लिए फ्री है
और हमेशा रहेगा। लेकिन असल में ऐसा नहीं है। फेसबुक इस्तेमाल करने वालों से
सीधे नहीं, अप्रत्यक्ष तौर पर काफी कुछ वसूलता है। वह आपका वक्त लेता है,
जेब भी ढीली करता है और कई बार तो कीमत जान गंवाकर भी चुकानी पड़ती है।
यही नहीं फेसबुक लोगों को सेक्स एडिक्ट भी बना रहा है।
फेसबुक के आंकड़ों पर नजर रखने वाली वेबसाइट सोशल बेकर्स के मुताबिक 6
नवंबर 2012 की शाम तक भारत में कुल 6 करोड 50 हजार 2800 फेसबुक यूजर थे।
यानि यदि प्रत्येक प्रोफाइल को एक जीवित व्यक्ति माना जाए तो भारत की कुल
आबादी का 5.19 प्रतिशत हिस्सा फेसबुक पर है। यही नहीं भारत में ऑनलाइन रहने
वाले कुल लोगों में से 74.75 लोग फेसबुक पर हैं। पिछले 6 महीनों में ही एक
करोड़ 47 लाख से अधिक नए भारतीय यूजर फेसबुक के साथ जुड़े हैं। भारत में
लगभग आधे फेसबुक यूजर 18-24 आयु वर्ग के हैं। हालांकि कुल फेसबुक यूजर्स
में से मात्र 26 प्रतिशत ही महिलाएं हैं।
फेसबुक ने हाल ही में स्वीकार किया है कि जल्द ही मोबाइल पर फेसबुक
करने वाले यूजर्स की संख्या कंप्यूटर पर फेसबुक इस्तेमाल करने वालों से
ज्यादा हो जाएगी। फेसबुक फिलहाल कंप्यूटर यूजर्स से ही कमाई कर रहा है।
मोबाइल प्लेटफार्म पर विज्ञापन देने में अभी वो कामयाब नहीं हो पाया है।
अगर फेसबुक मोबाइल एप्लीकेशन पर भी विज्ञापन देता है तो इसकी कीमत भी
यूजर्स को ही चुकानी पड़ेगी। अनचाहे क्लिक्स पर न सिर्फ यूजर का डाटा खर्च
होगा बल्कि समय भी बर्बाद होगा।
भारत में फेसबुक के 30 प्रतिशत यूजर सिर्फ मोबाइल पर ही फेसबुक करते
हैं। यही नहीं भारत में 30 प्रतिशत से अधिक फेसबुक यूजर मोबाइल के जरिए ही
अपना अकाउंट बनाते हैं। यानि उनके पास पीसी इंटरनेट कनेक्शन नहीं होता।
पिछले एक साल के भीतर भारत में एक्टिव फेसबुक यूजर्स की संख्या में दोगुना
इजाफा हुआ है। जिससे जाहिर है कि अब भारतीय यूजर फेसबुक पर ज्यादा वक्त
बिता रहे हैं।
kafi achhi jankari hai sahab. Facebook ka jadoo sir chadh kr bol rha hai.
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