नई दिल्ली. भ्रष्टाचार के आरोपों और विवादों से घिरे बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी) के
खिलाफ पार्टी के भीतर ही बगावत शुरू हो गई है। सीनियर वकील और बीजेपी नेता
महेश जेठमलानी ने गडकरी को निशाने पर लेते हुए पार्टी की राष्ट्रीय
कार्यकारिणी से इस्तीफा दे दिया है। गडकरी के खिलाफ हाल में लगे
भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से महेश ने इस्तीफा दिया है। महेश जेठमलानी
ने गडकरी से कहा था कि यदि वो अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं देते हैं तो वह
राष्ट्रीय कार्यकारिणी छोड़ देंगे। जेठमलानी का कहना है कि जब तक गडकरी
पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे तब तक उनका राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बने रहना
नैतिक और बौद्धिक तौर पर सही नहीं होगा। गौरतलब है कि महेश के पिता एवं
सीनियर वकील राम जेठमलानी भी गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। ऐसे
में गडकरी की बीजेपी अध्यक्ष की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है।
केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भाजपा अध्यक्ष के
आईक्यू को कसाब के स्तर का बताया है। तिवारी ने कहा कि गडकरी को अपने
बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए। मनीष तिवारी का कहना है कि यदि हम गडकरी के
आईक्यू को कसाब से तुलना करें तो क्या होगा ?
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