पुलिस के अनुसार आजादनगर में पुरानी जेल के पीछे इकबाल हुसैन का मकान है। मनावर स्थित जेल में हेडकांस्टेबल इकबाल फिलहाल धार में हैं।
घर की पहली मंजिल पर 35 वर्षीय उस्मान और उसके साथ हल्लो बी उर्फ हबीबा नामक महिला किराए से रहती थी, जबकि पड़ोस में इकबाल के छोटे भाई मुन्ना रहते हैं।
रविवार को उस्मान के घर का दरवाजा लगा रहा। सोमवार को भी कोई नीचे नहीं आया तो मुन्ना और उनके साले अब्दुल सत्तार उस्मान के घर पहुंचे। भीतर उस्मान की अधजली लाश थी।
एसपी (पूर्व) ओपी त्रिपाठी, सीएसपी एसएम जैदी और टीआई शैलेंद्र श्रीवास्तव सहित पुलिस टीम ने मुआयना किया तो शक जताया कि उस्मान को हल्लो ने ही जलाकर मारा है।
पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया है। एएसआई अशोक कुमार सिंह के अनुसार उस्मान व हल्लो मंदसौर के रहने वाले थे। दोनों विवाहित थे और उनके बच्चे भी हैं। मुन्ना ने बताया चार माह पहले दोनों किराए से रहने आए थे। इकबाल हुसैन को पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने बुलाया है।
मर गया होगा तो आऊंगी- पुलिस का कहना है कि हल्लो के नंबर पर कॉल किया तो वह बोली उस्मान मर जाएगा तो आऊंगी। टीआई शैलेंद्र ङ्क्षसह का कहना है कि प्रेमिका की तलाश की जा रही है।
सीएसपी एसएम जैदी का कहना है कि हल्लो के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। इधर, उस्मान के परिजनों ने बताया उस्मान की पत्नी यास्मिन और दो बच्चे हैं। हल्लो मोहल्ले में ही रहती है।
उसके पति का नाम अमीन और उसके तीन बच्चे हैं। उस्मान व हल्लो पहले भोपाल भाग गए, फिर इंदौर आ गए। हल्लो ने ही उस्मान की हत्या की है।
वह रविवार को मंदसौर में ही दिखाई दी थी। इधर, आजादनगर के लोगों ने बताया शनिवार शाम उस्मान ने मोहर्रम का शरबत बांटा था।
प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे नमूने
एमवाय अस्पताल के डॉ. दीपक गवली ने बताया मौत जलने से हुई है। पोस्टमॉर्टम के दौरान बॉडी से लिए गए नमूनों को प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने पर ही हत्या से पहले उस्मान को जहरीला या नशीला पदार्थ खिलाने के बारे में पता चल पाएगा
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