नई दिल्ली. सातवां ही नहीं, अब पहला सिलेंडर भी महंगा पड़ेगा।
अब रियायती रसोई गैस सिलेंडर 11.42 रु. और गैर रियायती सिलेंडर 12.27 रु.
महंगा मिलेगा। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय ने शुक्रवार को रसोई गैस
एजेंसी संचालकों का कमीशन बढ़ा दिया और उसका भार उपभोक्ताओं पर डाल दिया।
इसी के कारण दामों में यह वृद्धि हुई है। नई दरें शुक्रवार से लागू हो
गईं। ममता बनर्जी ने सरकार के इस फैसले को जनविरोधी करार दिया है।
उन्होंने फेसबुक पर टिप्पणी की है, 'आपको पता है कि यूपीए-2 के दौरान
एलपीजी की कीमतें कितनी बार बढ़ी हैं और इससे आम आदमी पर बोझ बढ़ा है?
सरकार ने एक बार फिर इसकी कीमतें बढ़ा दी हैं। ...वेरी बैड, वेरी सैड।'
हालांकि, एजेंसी के गोदाम से खुद गैस सिलेंडर लाने पर 15 रु. कम चुकाने
होंगे।
लेकिन नेशनल फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ऑफ इंडिया सरकार के
फैसले से खुश नहीं है। उसकी मांग है कि कमीशन 65 रुपये बढ़नी चाहिए।
फेडरेशन के जनरल सेक्रेटरी पवन सोनी ने कहा कि यह दरअसल महंगाई भत्ता के
आधार पर की गई बढ़ोतरी है, जो दो साल से बकाया था। और वैसे भी डीलर अपना
कमीशन 65 रुपये बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर
को मुलाकात में सरकार ने हमसे 15 दिन का वक्त मांगा था। इस मियाद के बाद
हम आगे के कदम के बारे में सोचेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)