पुणे. गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के पुणे संसदीय सीट से लोकसभा सदस्य और 2010 में हुए कॉमनवेल्थ खेलों में हुए घोटाले के आरोपी सुरेश कलमाड़ी से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। कार्यक्रम के दौरान कलमाड़ी ने मोदी की तरफ हाथ भी बढ़ाया लेकिन मोदी ने उनसे हाथ नहीं मिलाया। दोनों काफी देर तक एक-दूसरे के साथ रहे, लेकिन दोनों के बीच कोई अभिवादन नहीं हुआ।
पुणे में एक स्वयंसेवी संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करते हुए मोदी ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अपने जाने पहचाने अंदाज में एक बार फिर मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, 'मेरे पास एक एसएमएस आया कि मनमोहन सिंह को अभिनय के लिए ऑस्कर पुरस्कार दिया गया है।' उन्होंने प्रधानमंत्री पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पता ही नहीं चलता है कि देश पर कौन राज कर रहा है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पर्यावरणविद मोहन धारिया ने इस मौके पर नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की और उन्हें प्रधानमंत्री के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बताया। उन्होंने कहा, 'अगर मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं, तो उन्हें बहुत खुशी होगी। वे अकेले ही अच्छा शासन सुनिश्चित कर सकते हैं। गुजरात की उपलब्धियां उनकी क्षमता की जीती जागती मिसालें हैं।'
लेकिन मोदी का पुणे में विरोध भी हुआ। शहर के कैंप इलाके में मोदी के विरोध में रैली निकाली गई। इसका आयोजन एसडीपीआई, इंडियन मुस्लिम फ्रंट, जमियत-उलेमा-हिंद, जमियत-ए-इस्लामी, सीपीएम और लोकायत ने किया। प्रदर्शनकारी कैंप एरिया के उसी स्कूल के बाहर प्रदर्शन करना चाहते थे, जहां मोदी कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे। लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां तक पहुंचने नहीं दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी बाबाजान चौक पर ही रुक गए और नारेबाजी करने लगे।
पुलिस ने नारेबाजी कर रहे 60 लोगों को मोदी का कार्यक्रम खत्म होने तक हिरासत में ले लिया। सीपीएम के स्थानीय नेता अजीत अभयंकर ने कहा, 'गुजरात दंगों को 10 साल हो गए। लेकिन अभी तक दंगा पीड़ितों को इंसाफ नहीं मिला है। पीड़ित आज भी शरणार्थियों की तरह शिविरों में रहने को मजबूर हैं। इसके बावजूद हम मोदी का स्वागत कर रहे हैं? हम अपना विरोध करके यह बताना चाहते थे कि सभी पुणेवासी मोदी का स्वागत नहीं कर रहे हैं।'
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 मार्च 2012
कलमाड़ी ने बढ़ाया हाथ, मोदी ने मिलाने से किया इनकार
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