रायपुर। जांजगीर का विष्णु मंदिर का निर्माण कल्चुरी नरेश जाज्वल्य देव प्रथम ने 11वीं शताब्दी में कराया था। मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है। इस मंदिर के पास भीमा तालाब मौजूद है। तालाब के निर्माण को लेकर एक रोचक एक दंत कथा महाबली भीम से जुड़ी हुई है।
महाबली भीम ने अपने महाबल से तालाब का निर्माण पलभर में ही कर दिया था। भीम ने पांच बार फावड़ा चलाकर ही यह तालाब खोद डाला था। इस विष्णु मंदिर के निर्माण को लेकर एक प्रतियोगिता रखी गई थी, भीम का मुकाबला विश्वकर्मा से था।
भीम जांजगीर का विष्णु मंदिर बना रहे थे और विश्वकर्मा शिवरी नारायण मंदिर का निर्माण कर रहे थे। मंदिर बनाते समय में भीम के औजार इसी तालाब में गिर गए थे, जिसको भीम के हाथी ने ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन विफल रहा। औजार न मिलने से भीम प्रतियोगिता हार गए और सभी देवताओं के आगे उनका सिर शर्म से झुक गया।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 मार्च 2012
जब तालाब के कारण महाबली भीम को देवताओं के सामने होना पड़ा शर्मिंदा
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