चंडीगढ़. 24 फरवरी, दोपहर 12.30 बजे। थाना 39 पुलिस ने डड्डूमाजरा कॉलोनी निवासी सिकंदर सिंह को उसके घर के पास से गिरफ्तार किया। आरोप है कि सिकंदर सिंह को सुबह पकड़ा गया और रात को उसे आवारागर्दी की धारा 109 के तहत गिरफ्तार किया गया। उसे थाना 39 के पिछले गेट से अंदर ले जाया गया, ताकि सीसीटीवी फुटेज में तस्वीर कैद न हो। इस बीच उसको करंट लगाकर टॉर्चर किया गया।
सिकंदर की याचिका पर रविवार को सुनवाई करते हुए जिला मेजिस्ट्रेट ने मेडिकल के आदेश दिए। इसमें उसके शरीर पर कई नीले दाग पाए गए। पिछले दिना मोबाइल थानों के उद्घाटन पर थाना 39 क्षेत्र में नशा बिकने का मामला अफसरों के सामने आया। पुलिस ने इसी केस में कार्रवाई की है।
पुलिस लगाती रही करंट
सिकंदर ने आरोप लगाया है कि एसएचओ चरणजीत सिंह ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ सिकंदर के हाथ-पांव बांधे। फिर उसके कपड़े उतार कर उसे करंट लगाया गया। सिकंदर के मुताबिक वह दर्द से चिल्लाता रहा, लेकिन पुलिस उसे करंट लगाती रही। पुलिस पूछ रही थी कि उसने कोई चोरी की है। जबकि वह मना करता रहा। बकौल सिकंदर जब पुलिस को कुछ न मिला, तो उस पर आवारागर्दी का केस दर्ज कर लिया।
मेजिस्ट्रेट को बताया सच
सिकंदर को 25 फरवरी को एसडीएम के समक्ष पेश किया गया। वहां उसे जमानत मिल गई। वह एसडीएम को सच बताना चाहता था। लेकिन उसे धमकी दी गई। फिर उसने वकील अरविंद ठाकुर के जरिए जिला अदालत में याचिका दायर की। रविवार को उसने जिला अदालत में ड्यूटी मजिस्ट्रेट आशीष अबरोल के सामने अपने साथ हुई ज्यादी के बारे में बताया। याचिका में उसने कहा कि उसे करंट लगाया गया है। इस पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने तुरंत उसका मेडिकल करवाने के लिए कहा।
मेडिकल में हुई पुष्टि
सेक्टर 16 जनरल अस्पताल में तीन डॉक्टर्स के पैनल ने सिकंदर का मेडिकल किया। इसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि सिकंदर के बाजू, टांग व प्राइवेट पार्ट्स पर नीले निशान हैं। वहां लाल धब्बे भी बने हुए हैं। डॉक्टर्स ने यह भी स्पष्ट किया कि नील के निशान पिछले 48 घंटे के बीच के हैं। सिकंदर के आरोपों के अनुसार ही पिछले 48 घंटे में वह पुलिस कस्टडी में था। अब सिकंदर इस मसले में आईजीपी प्रदीप श्रीवास्तव, एसएसपी नौनिहाल सिंह, ह्यूमन राइट काउंसिल और गवर्नर शिवराज पाटिल को शिकायत देगा।
किसी को भी टार्चर करना गलत है। पुलिस को इस तरह का टार्चर न करने के निर्देश है। मामला हमारे संज्ञान में नहीं है, कोर्ट के आदेशों से मेडिकल हुआ है। शिकायत आएगी तभी हम इसमें कार्रवाई करेंगे। -आलोक कुमार,डीआईजी सिटी
सिकंदर को रात के समय आवारागर्दी में पकड़ा गया, सुबह नहीं। हमने नशे पर नकेल कसनी शुरू की है। इस कारण बेवजह आरोप लग रहे हैं। हमने सिकंदर को कोई टॉर्चर नहीं किया।चरणजीत सिंह, एसएचओ 39
एसएचओ झूठ बोल रहे हैं। मुझे सुबह 12.30 बजे उठाया गया। पूरा मोहल्ला गवाह है। बेवजह टार्चर किया। मैंने कहा कि टार्चर की शिकायत करूंगा तो पुलिस ने आवारागर्दी का केस बना दिया।सिकंदर सिंह,पीड़ित
हम नेशनल ह्यूमन राइट काउंसिल और अफसरों के पास शिकायत करेंगे। कोर्ट में भी याचिका डाली जाएगी। इस तरह किसी को करंट लगाकर टार्चर नहीं किया जा सकता।अरविंद ठाकुर, वकील
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
26 फ़रवरी 2012
कपड़े उतार पुलिस लगाती रही करंट, दर्द से चिल्लाता रहा सिकंदर
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