रविवार के अवकाश के बावजूद दो टीमें सुबह से ही शहर के अलग-अलग इलाकों में पहुंचीं, लेकिन कोई बड़ी सफलता हाथ नहीं लगी। उधर शनिवार को हरमाड़ा थाने में रखे 800 लीटर दूध को कोई लेने नहीं आया तो उसे नाले में बहा दिया गया। खुला दूध बेचने वाले दूधिए भी कार्रवाई के डर से गलियों में रास्ते तलाशते रहे।
रविवार को दिनभर में दोनों टीमों ने 3 व चल प्रयोगशाला ने 44 सैंपल लिए। इनमें में दो कुंडा और एक ईदगाह इलाके से लिया गया। जिला रसद अधिकारी यूडी खान ने बताया कि हरमाड़ा थाने में रखे दूध को एक दिन बाद भी कोई लेने नहीं आया। यह 28 ड्रमों में करीब 800 लीटर दूध था।
दूध मालिक के नहीं आने से इसका नॉन पीएफए में सैंपल लेकर इसे नाले में बहा दिया गया। चल प्रयोगशाला में लिए गए सैंपलों में 22 में पानी की मिलावट पाई गई। इन सैंपलों में 15 से 35 प्रतिशत पानी की मिलावट सामने आई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)