फ्लोरिडा (अमेरिका). आखिरकार 20 सालों से अंतरिक्ष में भ्रमण कर रहे यूएआरएस सेटेलाइट की यात्रा आज धरती से टकराते ही टुकड़ों में बिखर गया। नासा का कहना है कि सेटेलाइट के टुकड़े धरती पर गिर चुके हैं। लेकिन ये टुकड़े कब और कहां गिरे हैं, इसकी सटीक जानकारी आनी बाकी है। लेकिन नासा ने यह जानकारी जरूर दी है कि प्रशांत महासागर के ऊपर पृथ्वी के वायुमंडल में यूएआरएस ने प्रवेश किया।
नासा को उम्मीद जाहिर की है कि धरती की कक्षा में प्रवेश करने के बाद भी सेटेलाइट के 26 टुकड़े सही सलामत बचे हैं। ये टुकड़े करीब 800 किलोमीटर की दूरी में फैले होंगे। इनमें से सबसे भारी टुकड़ा करीब 165 किलो का है। नासा का कहना है कि सेटेलाइट के धरती के वायुमंडल में प्रवेश करने का सटीक समय और जगह के बारे में अभी नहीं पता चल पाया है। अमेरिकी अंतरिक्ष संगठन के मुताबिक सेटेलाइट पूर्व की तरफ बढ़ते हुए कनाडा, अफ्रीका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर के ऊपर से गुजरा। नासा ने कहा है कि सेटेलाइट का मलबा अमेरिकी सरकार की संपत्ति है। संगठन ने यह चेतावनी भी जारी की है कि टुकड़े कहीं दिखें तो भी लोग उससे दूर रहें।
वहीं, ट्विटर पर दावा किया जा रहा है कि सेटेलाइट के टुकडे़ पश्चिमी कनाडा के कैलगरी इलाके में ओकोटॉक्स नाम के कस्बे में जाकर गिरे हैं। भारतीय समय के मुताबिक दोपहर पौने एक बजे यह टक्कर हुई। नासा ने पहले कहा था कि इस उपग्रह के गिरने की गति हल्की हो गई है। 2005 से बेकार पड़ा (निष्क्रिय) नासा का यूएआरएस सेटेलाइट अंतरिक्ष में घूम रहा था। अभी तक जानमाल के किसी नुकसान की खबर नहीं है। सेटेलाइट का वजन 5,900 किलोग्राम है। अनुमान है कि धरती के वायुमंडल में प्रवेश करते ही सेटेलाइट 20 टुकड़ों में बिखर गया।
वैज्ञानिकों के मुताबिक इसके कई टुकड़े तो धरती की कक्षा में प्रवेश करते ही जल गए लेकिन कुछ टुकड़े ज़मीन तक पहुंच गए। चूंकि, गिरने से पहले तक सेटेलाइट लगातार अपनी दिशा बदल रहा था, ऐसे में नासा जैसी संस्थाएं भी इस बात का पूरी तरह से अंदाजा नहीं लगा पाईं थीं कि सेटेलाइट के टुकड़े धरती पर कब और कहां गिरेंगे। 35 फुट लंबे और 15 फुट चौड़ाई वाले इस सेटेलाइट को ओज़ोन और पृथ्वी के वायुमंडल में मौजूद रसायनों के अध्ययन के लिए 1991 में अंतरिक्ष में भेजा गया था। लेकिन 2005 में इसने काम करना बंद कर दिया था।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
24 सितंबर 2011
लाइव: धरती को छूते ही टुकड़ों में बिखरकर गिरा नासा का सेटेलाइट
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