तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
20 जून 2010
आज विश्व का सबसे बढा दिन
दोस्तों भोगोलिक द्रष्टि से देश का आज सबसे बढा दिन २१ जून हे इस दिन अधिकतम सूरज बाहर रहेगा और दिन की रौशनी ज़्यादा वक्त तक चमकेगी यह तो भूगोल की बात हे लेकिन हमारे देश में गोर्व्शाली इतिहास होने के बाद भी हमें याद नहीं आता के देश आज़ाद होने के बाद आज़ादी के अलावा कोई ऐसा अविस्मरनीय दिन हो जिसे हम देश के लिए गोरवशाली बढा दिन कह सकें हाँ इसके विपरीत देश में हर वर्ष हर महीने हर दिन ऐसी घटनाएँ जरुर हुई हें जो राष्ट्रीय शर्म की श्रेणी में आती हें और ऐसे में कईबार हम सोचते हें के यह सभी राष्ट्रीय शर्म के दिन जब हमारी नजरें झुकती हे विश्व का सबसे छोटा दिन हो जाए और हम अँधेरे में अपना मुंह छुपा लें लेकिन यह सब आम आदमी की सोच हे हमारे नेताओं को तो इस शर्म से कुछ फर्क नहीं पढ़ता क्योंकिवोह तो बेशर्म होगये हें ना जनाब। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
यह पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध का ही सब से बड़ा दिन है। दक्षिणी गोलार्ध का सब से छोटा दिन भी। रात को ब्राजील वाला फुटबॉल मैच देखा हो तो यह भी देखा होगा कि मैदान से बाहर के लोगों ने सर्दी से बचने के लिए पैरों पर कंबल डाल रखे थे। वहाँ इन दिनों सर्दियाँ हैं।
जवाब देंहटाएं