तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 जून 2010
डॉक्टर दिवस पर डॉक्टर्स अपनी क़सम याद करें
आज डॉक्टर रोय के जन्म दिन डॉक्टर दिवसके रूप में बनाया जा रहा हे डॉक्टरों का आम जनता के प्रति क्या रवय्या रहा हे यह सारा देश जानते हें सही मायनों में कुछ एक अपवादों को छोड़ दें तो डॉक्टरों की जनता मने छवि मसीहा के स्थान पर शेतान की बन गयी हे हालात यह हें के चिकित्सा परिचालन नियम २००२ के प्रावधानों के तहत चिकित्सकों की जो जिम्मेदारियां कर्तव्य निर्धारित किये हें उस तरफ किसी चिकित्सक का ध्यान नहीं हे कहने को तो चिकित्सक मानव सेवा के रूप में मरीजों की बिना किसी व्यवसायिकता के सेवा करने की शपथ लेते हें लेकिन असोप्तालों ,घरों और निजिचिकित्साल्यों पर मरीजों के साथ केसा सुलूक होता हे सारा देश जानता हे कोटा सहित पुरे देश में चिकित्सक नियमोंके खिलाफ विज्ञापन बाज़ी का खुला खेल कर प्रोफेशनल अपराध कर रहे हें जबकि किसी भी चिकित्सक ने अपने मरीजों का रिकोर्ड तीन साल तक सजों के नहीं रखा हे इतना ही नहीं चिकित्सा पर्चों अस्पताल के बाहर डॉक्टर साहब का मेडिकल कोंसिल का रजिस्ट्रेशन नम्बर भी अंकित नहींकिया गया हे इस मामले में प्रशासन की चुप्पी संदिग्ध लगती हे और ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स दे एक तमाशा ढकोसला सा लगने लगता हे। अख्तर खान अकेला कोटा rajsthan
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)