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24 जून 2010

कहां हे मानवाधिकार आयोग और प्रशासन

राजस्थान के टोंक जिले में प्रशासन हे या नहीं कुछ कह नहीं सकते और यहाँ राज्य मानवाधिकार आयोग का अंकुश भी प्रशासन पर नहीं हे यही वजह हे के जिले के अलीगढ़ के खोह्लिया इलाके के गाँव वरुन्नद्ध्न में ४० वर्षीय निमलाल गुर्जर को विक्षिप्त हो जाने पर जंजीरों से जकड़ कर रखा गया हे इसकी खबरें रोज़ अखबारों में प्रकाशित हो रही हें आज फिर पंजाब केसरी में इसे प्रमुख खबर बनाया गया हे यहाँ पंच,सरपंच,ग्राम सेवक, पटवारी, तहसीलदार , थानेदार, प्रधान, प्रमुख बी डी औ , कलक्टर, विधायक सहित अनेक जन प्रतिनिधि हें लेकिन किसी ने इस मामले में कोई कारगर चिकित्सकीय कदम नहीं उठाया हे वेसे भी भारतीय पागलपन अधिनियम के मामले में सुप्रीम कोर्ट और फिर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने विशेष दिशा निर्देश जारी कर रखे हें ऐसे में पंजाब केसरी में प्रकाशित इस नंगे सच के बाद क्या कलेक्टर क्या प्रशासन क्या जनप्रतिनिधि और क्या मानवाधिकार आयोग सब बेकार से ल्ग्तेहें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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