तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 मई 2010
कह के बाल श्रम का मामला देश की शर्म
दोस्तों डोक्टर कुमारेन्द्र जी नें हाल ही में देश के बाल श्रम पर ब्लॉग लिखा हे उन्होंने जो भी लिखा हे वोह सटीक हे हमारे देश में संविधान में बाल श्रम को रोकने के लियें विशिष्ट प्रावधान हें इसलियें देश में बालश्रम करवाने वाले व्यक्ति को दंडित करवाने का प्रावधान और बालश्रमिक को कल्याणकारी व्यवस्था के तहत पढाई की योजना का प्रावधान हे हमारे यहाँ इंडियन चिल्ड्रन एक्ट, बालश्रम निरोधित कानून सहित अनेक ऐसे प्रावधान समितिया हें जिसमे इस मामले में निगरानी के प्रावधान एन लेकिन देश में कानून हें अधिकारी हें समितियां हे बाल आयोग नहीं हे और इसे रोकने के प्रावधान नहीं हें खुदा डोक्टर कुमारेन्द्र और हमारी जल्दी सुन ले और देश के भविष्य को सुरक्षित करवा दे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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