तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 मई 2010
सुप्रीम कोर्ट जज वालिया साहिब से राजस्थान के जज भी कुछ सीखें
राजस्थान में माननीय राजस्थान उच्चन्यायालय ने अधीनस्थ न्यायालयों में ग्रीष्म कालीन अवकाश खत्म क्र अधीनस्थ जजों को इन दिनों अतिरिक्त पत्रावलियां निपटाने के निर्देश दिए हें लेकिन राजस्थान हाईकोर्ट के जजों के लियें उनके अवकाश खत्म करने के लियें कोई फरमान जारी नहीं किया हे यानी अब राजस्थान में जिला स्तर पर तो अदालतों में काम होगा लेकिन इस अवधि में हाईकोर्ट के जज पूरी तरह से छुट्टी पर रहेंगे राजस्थान में भेदभाव वाले इस आदेश पर खलबली चल ही रही थी की अचानक सुप्रीम कोर्ट के जज वालिया ने कार्यभार ग्रहण कर पहले दिन से बिना वक्त बिगाड़े न्यायिक काम निपटाया और फिर ग्रीष्म कालीन अवकाश होने पर भी खुद नें ग्रीष्म कालीन अवकाश पर जाने से इनकार करते हुए प्रशासनिक काम निपटाने की कार्यवाही शुरू कर दी अब एक तरफ तो सुप्रीम कोर्ट के वोह मुख्य न्यायधीश हें जो चाहते तो अवकाश के मजे लेते लेकिन उनहोंने अवकाश स ज्यादा काम को अहमियत दी और दूसरी तरफ राजस्थान हाईकोर्ट हे जहां लाखों मुकदमे विचाराधीन हें कुल ४० जजों में से २३ जज कार्य कर रहे हे इतने कम जज होने के बाद भी वहां ग्रीष्म कालीन अवकाश में काम करने के स्थान पर खुद का अवकाश बरकरार रखते हुए निचली अदालतों को काम के निर्देश दिए हें काश मुकदमे निपटाने का काम अधीनस्थ न्यायालयों की तरह हाईकोर्ट में भी होता तो हाईकोर्ट के मुकदमों का बोझ कम होता। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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