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27 अक्तूबर 2024

मगर इन्सान तो ये जानता है कि अपने आगे भी (हमेशा) बुराई करता जाए (5)

 

75 सूरए अल कियामह
सूरए अल कियामह मक्के में नाजि़ल हुआ और इसकी चालीस (40) आयतें है
ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है
मैं रोजे़ क़यामत की क़सम खाता हूँ (1)
(और बुराई से) मलामत करने वाले जी की क़सम खाता हूँ (कि तुम सब दोबारा) ज़रूर जि़न्दा किए जाओगे (2)
क्या इन्सान ये ख़्याल करता है (कि हम उसकी हड्डियों को बोसीदा होने के बाद) जमा न करेंगे हाँ (ज़रूर करेंगें) (3)
हम इस पर क़ादिर हैं कि हम उसकी पोर पोर दुरूस्त करें (4)
मगर इन्सान तो ये जानता है कि अपने आगे भी (हमेशा) बुराई करता जाए (5)
पूछता है कि क़यामत का दिन कब होगा (6)
तो जब आँखे चकाचैन्ध में आ जाएँगी (7)
और चाँद गहन में लग जाएगा (8)
और सूरज और चाँद इकट्ठा कर दिए जाएँगे (9)
तो इन्सान कहेगा आज कहाँ भाग कर जाऊँ (10)

ट्रेन छुटी,तो घर से गाड़ी उठाकर,120 km से ले आये,चार दृष्टीबाधितों के लिये रौशनी

ट्रेन छुटी,तो घर से गाड़ी उठाकर,120 km से ले आये,चार दृष्टीबाधितों के लिये रौशनी
2. भवानी मंडी में एक नेत्रदान के लिए गये और वहीं, दूसरा भी हुआ सम्पन्न
3. दीपोत्सव पर्व से पूर्व,नेत्रों के दान से,अंधियारा जीवन,होगा रौशन


गुरुवार को देर रात 1 बज़े संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र कमलेश दलाल ने कोटा में इबीएसआर बीबीजे चैप्टर के डॉ कुलवंत गौड़ को सूचना दी की,आबकारी विभाग के पास, टगर मोहल्ला निवासी,मेडिकल स्टोर व्यवसायी राधेश्याम सोनी का आकस्मिक निधन हुआ है और समाजसेवी के के राठी ने शोकाकुल परिवार के सदस्यों को राधेश्याम के नेत्रदान करवाने के लिए समझाइश की है, और उनसे सहमति प्राप्त हो गई है ।

सब कुछ उपयुक्त होने पर डॉ गौड़ रात दो बज़े ही तैयार होकर भवानीमंडी जाने के लिए कोटा जंक्शन जा पहुंचे, दुर्भाग्यवश उनकी वह ट्रेन छूट गई तो वापस घर आये, ड्राइवर की व्यवस्था नहीं हुई तो,खुद गाड़ी चलाकर सुबह जल्दी शोकाकुल परिवार के निवास पर 120 किलोमीटर दूर भवानी मंडी पहुंच गए, और परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया ।

राधेश्याम की पत्नी संतोष सोनी,चिकित्सा विभाग में एएनएम के पद पर कार्यरत हैं, बेटे महेश,राकेश,बेटी रजनी ,दामाद रवि सभी नेत्रदान के कार्य से परिचित थे, इसलिए तुरंत सहमति मिलने से नेत्रदान का पुनीत कार्य संपन्न हुआ ।

इसी नेत्रदान के दौरान सूचना प्राप्त हुई की,वसुंधरा विहार भवानी मंडी निवासी सेवानिवृत अध्यापक सत्य प्रकाश गुप्ता का भी आकस्मिक निधन देर रात को हुआ है । शहर के समाजसेवी श्याम चौधरी व सुदेश भटनागर ने सत्य प्रकाश की पत्नी रमिला (सेवानिवृत्त शिक्षिका), बेटे डॉ सपन,बेटियाँ रश्मि,रुचिता को सत्य प्रकाश जी के नेत्रदान करवाने का अनुरोध किया ।

जागरूक परिवार होने के कारण तुरंत ही, परिवार के सभी सदस्यों की ओर से सहमति मिल गई, भाई मनोज कुमार और पंकज माथुर सहित परिवार के सभी सदस्यों के बीच में डॉ कुलवंत गौड़ ने, सत्य प्रकाश जी के पार्थिव शरीर से नेत्र (पतली झिल्ली-कॉर्निया) संकलित किये ।

ईबीएसआर चेप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने कहा कि, कोटा के बाद भवानी मंडी क्षेत्र के निवासी, नैत्रदान के प्रति काफी जागरुक है । शोक कुल परिवार के सदस्य अब यह समझने लगे हैं कि दिवंगत के नेत्रदान ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है । ज्ञात होगी सभी की संस्थाओं और समाज सेवाओं के प्रेरणा से भवानी मंडी में अभी तक 119 नेत्रदान हो चुके हैं ।

नेत्रदान संकल्पित माँ का परिजनों ने कराया नेत्रदान

 नेत्रदान संकल्पित माँ का परिजनों ने कराया नेत्रदान

2. नेत्रदान संकल्पित राजुल बाई का संपन्न हुआ नेत्रदान


हाडोती संभाग में शाइन इंडिया फाउंडेशन पिछले 13 वर्षों से नेत्रदान अंगदान और देहदान के क्षेत्र में कार्य कर रहा है । संस्था के जागरूकता प्रयासों से,हाड़ौती संभाग के सत्तर हजार से अधिक लोग नेत्रदान का संकल्प पत्र भर चुके हैं । परन्तु किसी भी तरह की जागरूकता का पता उस समय चलता है, जब वह जरूर के समय पर याद आए ।


कल इसी क्रम में शनिवार देर रात आनंद विहार,रामगंज मंडी निवासी भेरुलाल तातेड की धर्मपत्नी राजूल बाई तातेड का कोटा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान आकस्मिक निधन हुआ । गहन शोक में होने के बाद भी बेटे महावीर ,कुशल, ऋषभ को याद आया कि कुछ समय पहले माँ ने अपने पूरे परिवार के सदस्यों के साथ में,शाइन इंडिया का नेत्रदान संकल्प पत्र भरा हुआ था ।


मां की अंतिम इच्छा को पूरा करने के लिए बेटे महावीर ने,पिता भेरूलाल सहित सभी क़रीबी रिश्तदारों से सहमति लेकर तुरंत ही समाजसेवी वर्धमान डांगी,लोकेश खंडेलवाल और राहुल चतर  को नेत्रदान संपन्न करवाने के लिए कहा,इसके उपरांत संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र संजय विजावत के माध्यम से कोटा में डॉ कुलवंत गौड़ को सूचना दी गई । 


शोकाकुल परिवार के सदस्य चाहते थे कि,रामगंजमंडी ले जाने से पूर्व ही माताजी के नेत्रदान कोटा शहर में ही हो जाए इसीलिए परिवार की इच्छा अनुसार आई बैंक सोसायटी-बीबीजे चैप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ ने परिजनों की सहमति पर देर रात नैत्रदान प्रक्रिया को मेडिकल कॉलेज में संपन्न किया । संस्था से जुड़े मोनू माहेश्वरी,दिनेश डपकरा और दीपक माहेश्वरी ने बताया कि यह नैत्रदान रामगंजमंडी का 60 वां नेत्रदान है ।


ज्ञात हो कि, संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के प्रयासों से इस माह हाड़ौती संभाग से 46 नेत्रों का संकलन हो चुका है ।

24 अक्तूबर 2024

राजस्थान बार कौंसिल के चुनाव को लेकर हायकोर्ट में याचि

 राजस्थान बार कौंसिल के चुनाव को लेकर हायकोर्ट में याचिका
कोटा अभिभाष्क परिषद के वार्षिक चुनाव होंगे या फिर
राजस्थान बार कौंसिल के भविष्य के चुनावों को लेकर चाहे असमंजस के हालात हों , लेकिन अब यह लड़ाई राजस्थान  हाईकोर्ट पहुंच चुकी है , इस मामले में राजस्थान हाईकोर्ट के समक्ष दो अलग अलग याचिकाएं पेश हुई हैं , जिनमे से , उक्त चुनावों में  महिलाओं को तेंतीस प्रतिशत आरक्षण देने संबंधित एक याचिका है , जबकि दूसरी याचिका में , बार कौंसिल के कार्यकाल को  बढ़ाने पर आपत्ति जताते हुए , बार कौंसिल के चुनाव समय पर करवाने की मांग उठाई गई है ,, बार कौंसिल की एक बैठक 26 अक्टूबर को प्रस्तावित है , जिसमे कई  महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श के साथ कई सकारात्मक फैसले होने की संभावना है   बार कौंसिल के सफल संचालन के लिए एडवोकेट एक्ट और बार कौंसिल नियम के तहत , बार कौंसिल ऑफ़ इण्डिया और बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान सहित अलग अलग राज्यों की बार कौंसिल का गठन किया हुआ है , जिसके चुनाव पांच वर्षों में होते हैं , राजस्थान बार कौंसिल के चुनाव वर्ष 2018 मे होने के बाद भविष्य के लिए चुनाव होना प्रस्तावित हैं , पूर्व कार्यकाल में भी नो वर्षों के बाद उक्त चुनाव हुए थे , अभी वर्तमान में कई वकील साथियों के नवीनीकरण नहीं होने से , चुनाव में देरी होने की संभावना है , ,एडवोकेट श्याम बिहारी , लोकेश कुमार सेन , श्रीमती रामसिया मीणा , सुरेश कुमार महावर , दुर्लभ चौहान ,, ने राजस्थान  हायकोर्ट में एक याचिका पेश कर , बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान के चुनाव विधि अनुसार करवाने की मांग को लेकर 18   अक्टूबर को याचिका पेश की है  जिसे जयपुर बेंच में सुनवाई के लिए पंजीकृत कर 22 अक्टूबर को सुनवाई के लिए नियत की गई थी , जिस पर सुनवाई भी हुई , अभी उक्त याचिका में क्या आदेश हुए , पता नहीं लग सका है , जबकि एक अन्य याचिका में महिला अधिवक्ता ने , 17 अक्टूबर को एक याचिका पेश ,कर  बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान ,,जिला  बार एसोसिएशन में चुनाव में महिला वकील प्रतिनिधियों के लिए तेंतीस प्रतिशत आरक्षण को लेकर मांग उठाई है , उक्त मामले में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है ,,, देखते हैं , बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान के भविष्य में होने वाले चुनाव को लेकर , बार कौंसिल क्या फैसला लेती है , या माननीय राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा  इस मामले में क्या दिशा निर्देश जारी किये जाते हैं , लेकिन चुनाव तो द्यौ है , कई संभावित प्रत्याक्षियों ने इस मामले में ताल भी ठोक  रखी है , बार कौंसिल के चुनाव में स्लीपर वोटर्स की तरफ भविष्य के प्रत्याक्षियों का प्यार भी उमड़ता रहा , है इस बार देखते हैं स्लीपर वोटर्स ही उक्त चुनाव में हर बार की तरह , हार जीत का निर्धारण करते हैं , या फिर घर बैठ कर खुद को वकील और वोटर के रूप में डिसाइडिंग वोटर को प्रेक्टिसिंग वोटर्स साथियों से अलग रखकर कोई व्यवस्था के बारे में कार्य योजना तय्यार किये जाने की संभावना है , उक्त मामले में हाईकोर्ट स्वेच्छा से भी सुनवाई के दौरान प्रश्नगत करे तो चुनाव के नतीजों के परिणाम की संभावनाएं ही बदल जाएंगी ,, ,, इधर कोटा अभिभाषक परिषद के चुनाव को लेकर भी असमंजस है ,अध्यक्ष , महासचिव  सहित कुछ प्रत्याक्षियों ने , कोटा अभिभाषक परिषद के निर्धारित समयावधि के अनुरूप चुनाव प्रचार शुरू किया है , लेकिन वर्तमान हालातों में एक तरफ तो चुनाव के दिशा  निर्देश को लेकर , राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व निर्णय की विधिक व्याख्या पर विचार विमर्श है , तो दूसरी तरफ साधारण सभा के निर्णय की व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है , जबकि वर्तमान में कोटा अभिभाषक परिषद में , कोटा विकास प्राधिकरण के ज़रिये कई सुविधाओं को लेकर निर्माण कार्य की शुरुआत की सम्भावनायें होने से , ,ऐसा प्रयास है , के कोई समन्वय बनाकर , न्यायालय परिसर में सामूहिक प्रयासों से उक्त कार्यों को बाधित होने से रोकने के लिए , वर्तमान व्यवस्था के साथ ही विकास कार्य करवाए जाएँ ,  ,  देखते है , नतीजे एक ब्रेक के बाद ,, अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान 9829086339

बेटियों ने संपन्न कराया पिता का नेत्रदान

 बेटियों ने संपन्न कराया पिता का नेत्रदान

शाइन इंडिया फाउंडेशन के नेत्रदान जागरुकता अभियान से बूंदी जिले में अभी तक 64 देवलोकगामियों के  नेत्रदान  से काफ़ी लोगों के अंधेरे जीवन में रोशनी आई है । बूंदी क्षेत्र से प्रारंभ किया गया,यह नेत्रदान अभियान अब आसपास की छोटे-छोटे गांव कस्बा में भी जा चुका है । संस्था के अनवरत जागरूकता अभियान और शोकाकुल परिवारों के सहयोग से ही यह कार्य संभव हो सका है ।

इसी क्रम में न्यू कॉलोनी बूंदी निवासी शंकर लाल बिलोची का देर रात आकस्मिक निधन हो गया था,जिसकी सूचना तुरंत ही बूँदी के सभी व्हाट्सएप ग्रुप में आयी । संस्था शाइन इंडिया के ज्योति मित्र और समाजसेवी महेश चांदवानी ने तुरंत ही शंकर लाल के साले साहब हरीश कुमार बिलोची को, संपर्क कर जीजा जी के नेत्रदान करवाने के लिए अनुरोध किया ।

हरीश बूंदी क्लॉथ मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं और काफी समय से सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहे हैं । उन्होंने तुरंत ही  बहन सोमवती और भांजियाँ शिमला,रंजीता,प्रीति,अर्चना से शंकर के नेत्रदान के लिए सहमति प्राप्त की ।

सहमति मिलने के उपरांत,कोटा से ईबीएसआर चेप्टर के कॉर्डिनेटर डॉ कुलवंत गौड़ एक घंटे में शंकर जी के निवास पर पहुंचे और उनके नेत्रदान की प्रक्रिया परिवार के सभी सदस्यों के बीच में संपन्न की । प्रक्रिया के दौरान समाज और शहर के भी कई गणमान्य लोग वहां पर उपस्थित थे ।

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