फोटो- बरवाला में सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल समर्थकों द्वारा शुक्रवार देर रात आश्रम के बाहर लगाया गया हॉर्डिंग।
बरवाला-हिसार. अवमानना मामले में बाबा रामपाल को सुप्रीम कोर्ट
से कोई राहत नहीं मिल पाई है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से जारी
गैर जमानती वारंट के मद्देनजर बाबा को 17 नवंबर तक अदालत में पेश करना है।
इस बीच, पुलिस ने संत रामपाल को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी कर ली है।
पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स की 30 कंपनियां बरवाला पहुंच चुकी हैं।
पुलिस के जवान अब आश्रम से महज 300 मीटर दूर हैं। आश्रम की तरफ जाने वाले तमाम रास्ते पुलिस ने सील कर दिए हैं। आश्रम की बिजली काट दी गई है। दूध, सब्जियों और खाने-पीने के सामानों की सप्लाई भी बंद है। हिसार रेंज के आईजी के अलावा 5 जिलों के एसपी और तकरीबन 20 डीएसपी हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
डीजीपी भी खुद जमे हैं हिसार में
अदालती आदेश का पालन कराने में पुलिस के पास शनिवार-रविवार का ही वक्त बचा है। डीजीपी एसएन वशिष्ठ खुद हिसार में डेरा डाले हुए हैं। आश्रम का हवाई सर्वेक्षण भी किया गया। पुलिस कभी भी कार्रवाई कर सकती है। हालांकि बाबा के अनुयायी पहले की तरह आश्रम की किलेबंदी किए हुए हैं।
अदालती आदेश का पालन कराने में पुलिस के पास शनिवार-रविवार का ही वक्त बचा है। डीजीपी एसएन वशिष्ठ खुद हिसार में डेरा डाले हुए हैं। आश्रम का हवाई सर्वेक्षण भी किया गया। पुलिस कभी भी कार्रवाई कर सकती है। हालांकि बाबा के अनुयायी पहले की तरह आश्रम की किलेबंदी किए हुए हैं।
रामपाल सरेंडर नहीं करेंगे : प्रवक्ता
आश्रम के प्रवक्ता राजकपूर और पदाधिकारी राहुल ने कहा है कि हाईकोर्ट से गिरफ्तारी वारंट पर तत्काल सुनवाई करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई नहीं की, लेकिन वे रामपाल को गिरफ्तार नहीं होने देंगे। जब तक गुरुजी स्वस्थ नहीं होते, तब तक पुलिस आश्रम के नजदीक आने की कोशिश नहीं करे। राजकपूर ने कहा कि उनके गुरुजी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
आश्रम के प्रवक्ता राजकपूर और पदाधिकारी राहुल ने कहा है कि हाईकोर्ट से गिरफ्तारी वारंट पर तत्काल सुनवाई करने की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई नहीं की, लेकिन वे रामपाल को गिरफ्तार नहीं होने देंगे। जब तक गुरुजी स्वस्थ नहीं होते, तब तक पुलिस आश्रम के नजदीक आने की कोशिश नहीं करे। राजकपूर ने कहा कि उनके गुरुजी आत्मसमर्पण नहीं करेंगे।
30 हजार जवान आश्रम में दबिश देने को तैयार
पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में सतलोक आश्रम के संचालक संत रामपाल की
पेशी की तारीख ज्यों-ज्यों नजदीक आ रही है, बरवाला में माहौल गरमाता जा
रहा है। पिछली तारीख (11 नवंबर) पर रामपाल को पेश न कर पाने की वजह से
फजीहत झेल चुके डीजीपी एसएन वशिष्ठ खुद दो दिन से हिसार में डेरा डाले हुए
हैं। उनके अलावा पांच जिलों के एसपी के नेतृत्व में पुलिस के 30 हजार जवान
बरवाला में आश्रम की तरफ बढ़ने के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। गुप्त ऑपरेशन
की सूरत में अलग-अलग कंपनियों के प्रभारियों को जवानों तक कूट संदेश
पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। दूसरी ओर प्रशासन व पुलिस के अाला
अधिकारी गुप्त एजेंडे पर भी मंथन कर रहे हैं।
रामपाल समर्थकों काे जींद में रोका
हिसार से लगते जिलों में पुलिस-प्रशासन रामपाल समर्थकों को बरवाला
पहुंचने से रोकने के लिए अलर्ट हो गया है। शुक्रवार को जींद रेलवे स्टेशन
पर उतरे कई समर्थकों को जीआरपी व पुलिस अफसरों ने समझा बुझाकर वापस भेज
दिया। जीआरपी के एसपी अशोक कुमार के अलावा जींद सिटी के डीएसपी धर्मबीर
सिंह पूनिया पुलिस बल के साथ रेलवे स्टेशन पर मौजूद रहे।