दक्षिणी कोलंबिया में छोटा सा कस्बा बारबाकोस है। इन दिनों यहां
महिलाएं सेक्स स्ट्राइक कर रही हैं। पिछले दो सालों में यह दूसरा मौका है,
जब महिलाओं ने यह हड़ताल की है। महिलाओं की मांग है कि उनके कस्बे तक
आने-जाने वाली मुख्य सड़क ठीक की जाए। जब तक इसे सुधारा नहीं जाता, तब तक
कस्बे की महिलाएं यौन संबंध नहीं बनाएंगी। महिलाओं ने इसे क्रॉस लैग
मूवमेंट नाम दिया है। इस छोटे से कस्बे से शहर जाने वाली सड़क इतनी खराब
है, जिससे यह पूरे देश से अलग-थलग पड़ा हुआ है। इस मूवमेंट का असर सरकार पर
पड़ा है और अब यहां सड़क बनाने का काम युद्धस्तर पर जारी है। महिलाओं का
कहना है कि सड़क न होने से यहां से बाहर जाना बहुत मुश्किल है। गर्भवती
महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में 14 घंटे लगते है, कई बार उनकी मौत हो
जाती है।
2011 में पहली बार कस्बे में सेक्स स्ट्राइक की शुरुआत हुई थी। एक
गर्भवती महिला खराब सड़क के कारण अस्पताल नहीं पहुंच पाई थी। उस दौरान यह
मामला चर्चा में रहा था। तब जज मैरीबेल सिल्वा ने भी हड़ताल में भाग लिया
था। हड़ताल का नेतृत्व करने वाली रूबी क्यूनोन्ज ने कहा कि हम बच्चों के
बारे में सोचे ही क्यों, अगर उन्हें इस खराब सड़क के कारण पैदा होने से
पहले ही मर जाना है। इसलिए महिलाओं ने सेक्स संबंध बनाना ही बंद कर दिया।
जब तक हम अपने बच्चों को मूल अधिकार नहीं दे सकते। तब यह हड़ताल जारी
रहेगी।
2011 में पहली हड़ताल करीब तीन महीने और 19 दिन तक चली। उसके बाद
स्थानीय नेताओं ने 35 मील लंबी इस सड़क को ठीक करने का वादा किया था। इसके
लिए सरकार ने 1.2 अरब रुपए (21 मिलियन डॉलर) की मदद की। बावजूद इसके दो साल
गुजर गए सड़क नहीं बनी। महिलाओं फिर से हड़ताल जारी रखने का फैसला किया।
अब इंजीनियरों की फौज यहां आ चुकी है और बुलडोजर और भारी मशीनें सड़क बनाने
की काम कर रही है।