कुछ भी बनो पर पहले अच्छा इंसान बनो
-मोशन में निरंकारी संत वासुदेव सिंह के प्रवचन
कोटा।डॉक्टर बनो, इंजीनियर बनो, सब कुछ बनो... मुबारक है पर सबसे पहले एक अच्छा इंसान बनो। यह कहा मोशन एजुकेशन के दक्ष कैम्पस में निरंकारी संत वासुदेव सिंह ने।
निरंकारी मंडल के तत्वधान में मानव कल्याण यात्रा पर दिल्ली से आए संत वासुदेव सिंह ने प्रवचन में मानवता, प्यार, करुणा, दया, नम्रता एवं भाईचारे का संदेश दिया और विद्यार्थियों को संबंधित करते हुए कहा कि अभी आपकी पढ़ाई करने की उम्र है। इसलिए आपको मन स्थिर कर केवल पढ़ाई पर फोकस करना है। पढ़ाई के साथ ईश्वर का थैंक्स जरूर कहें जिनकी वजह से हम संसार में आए हैं।
संत ने कोचिंग के शिक्षकों को संबंधित करते हुए कहा कि बच्चे गीली मिट्टी की तरह हैं । उनको जैसे ढालो, ढल जाते हैं। शिक्षकों का फर्ज है कि बच्चों को पढ़ाई के साथ प्रेम, भाईचारा, करुणा, दया, नम्रता, सहनशीलता का पाठ भी पढ़ाएं ताकि वे आधुनिकता की चकाचौंध में मानवता को ना भुलाएं। उन्होंने कहा- जिसका मन शांत होता है, वह हमेशा खुश रहता है। हमें कम बोलते हुए मन, वचन, कर्म, कथनी और करनी से एक होना है। हमेशा मन में सकारात्मक सोच होनी चाहिए। विचारों को बदलो तो सोच बदल जाती है। नजर को बदलो तो नजारे बदल जाते हैं।
जोनल इंचार्ज संत बृजराजसिंह यादव ने कहा कि इंसान का प्रथम और अंतिम लक्ष्य प्रभु की प्राप्ति है। सद्गुरु की कृपा से ही प्रभु की प्राप्ति होती है। संचालन संत भगवानदास बुलचंदानी ने किया। मोशन के ज्वाइंट डायरेक्टर अमित वर्मा और डिप्टी डायरेक्टर जितेंद्र चंदवानी ने संत का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया।
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