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19 सितंबर 2017

खुद को चौकीदार कहने वाला शख्स ,अजाए गर देश की चौकीदारी में फेल हो

खुद को चौकीदार कहने वाला शख्स ,अजाए गर देश की चौकीदारी में फेल हो ,,सीमाओं पर तैनात जवानो ,,,सीमाओं पर सख्ती के बावजूद भी ,,अगर देश में बाहर के लोग ,समूह के समूह आकर घुस जाए ,,तो हमारे देश की चौकीदारी पर लानत कहने के अलावा कोई दुसरा अल्फ़ाज़ नहीं मिलता ,,हमने देश के सर्वोच्च न्यायालय में घुसपैठ करने वाले रोहिंग्या लोगो के लिए पहले जो शपथ पत्र दिया था उसे ख़ारिज कर नए शपथ पत्र में साफ़ तोर पर इन लोगो के संबंध ,,ईश्वर को साक्षी मानकर ,,आतंकवादियों ,,आई एस आई से बताये है ,,इनकी घुसपैठ का विरोध किया है ,,सवाल यह उठता है ,के हमारे देश में थल ,,जल ,,वायु सभी तरफ से ,,कडी चौकसी चल रही है ,घुसपेठियो के खिलाफ सख्ती है ,,चारो तरफ ,, हमारे चौकीदार साहिब के नेतृत्व में ,,रक्षामंत्री ,,गृह मंत्री के इशारे पर राष्ट्रहित में काम करने वाले ,,राष्ट्रहित में सीमाओं की सुरक्षा के लिए अपनी जान गवाकर शहीद होने का जज़्बा रखने वाले जांबाज़ सिपाही है ,,फिर आखिर पूरा समूह का समूह हमारे देश की सीमाओं में कैसे घुसपैठ कर गया ,,देश की सीमाओं की सुरक्षा को आखिर कैसे किसके इशारे ,,किसकी कमज़ोर कार्यवाही से सेंध लगी और ,,अनचाहे लोग देश की सीमाओं में वोह लोग जिनके बारे में हम ईश्वर को साक्षी मानकर उन्हें आतंकवादी समर्थक ,,आई एस आई समर्थक होना ,,सुप्रीम कोर्ट में कह रहे है ,,वोह देश में कैसे घुसे ,,देश में घुसने के बाद यह लोग आखिर कश्मीर ,,वोह कश्मीर जहाँ जंग में रोज़ हमारे जवान शहीद हो रहे है ,,,हमारे जवानो की कड़ी चौकसी है ,,मीडिया रोज़ छोटी छोटी बातो को उजागर कर रहा है ,,देश की सर्वोच्च रक्षा व्यवस्था यहाँ पर है ,,ऐसे में यहां इन लोगो का पहुंच जाना ,,हमारी सुरक्षा खामियां उजागर करती है ,,ज़रा भी नैतिकता होती ,तो हमारे देश के चौकीदार ,,हमारे देश के रक्षामंत्री ,हमारे देश के गृहमंत्री ,,इस लापरवाही ,,सीमाओं की सुरक्षा पर इतनी बढ़ी सेंध की नैतिक ज़िम्मेदारी लेकर ,,इस्तीफा दे देते ,,लेकिन यह बेचारी शर्म ठहरी ,,नैतिकता ठहरी ,,यह तो इन है नहीं ,,ऐसे में देश के वर्तमान विस्फोटक हालात जहाँ हमारे शीर्ष नेतृत्व की खुली लापरवाही से आई एस आई से जुड़े लोगो की फौज घुस आयी है ,,देश के हालातो ,,आँतरिक और बाह्य सुरक्षा पर चर्चा ,,सुझाव ,,कठोर निर्णय के लिए ,,तात्कालिक रूप से संसद का खुला अधिवेशन बुलाना ज़रूरी हो गया है ,,इस अधिवेशन में ,,सरकार की नाकामी पर चर्चा ज़रूरी है ,,लापरवाह और दोषी चौकीदार साहब के खिलाफ क्या कार्यवाही हो ,,देश का भविष्य कैसे सुरक्षित ,,हो आई एस आई के एजेंटो को क्या सज़ा दी जाए ,,इस पर चर्चा की जाकर फैसला लेना चाहिए के नहीं ,,बहनो भाइयों चौकीदार की चौकीदारी फेल हो गयी ,,उसे सज़ा मिलना चाहिये के नहीं ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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