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16 अप्रैल 2017

दोस्तों समर्पण सेवाभाव के लिए ,,उम्र ,,अनुभव,, कोई अहमियत नहीं रखते

दोस्तों समर्पण सेवाभाव के लिए ,,उम्र ,,अनुभव,, कोई अहमियत नहीं रखते ,,इसके लिए सिर्फ जज़्बा ,,महनत और लगन होना चाहिए ,,यह सब कोटा ,,कुरैशी समाज के अध्यक्ष ,,वाहिद कुरैशी ने साकार कर दिखाया है ,,जी हाँ दोस्तों ,,वाहिद कुरैशी जो ,,कोटा कुरैशी समाज ,कल्याणकारी कार्यों के लिए ,,समाज द्वारा अध्यक्ष बनाये गए है ,,इनके इस पद पर निर्वाचन के बाद से ही ,समाज की सम्पत्ति और आमदनी के ज़रियो के रखरखाव में अभूतपूर्व तरक़्क़ी होने लगी है ,,वाहिद कुरैशी इसके पूर्व ,,इस समाज में सचिव पद पर ईमानदारी और कर्मठता से काम करते रहे ,है ,क़रीब 14 साल की उम्र से ही ,वाहिद कुरैशी समाज के कल्याणकारी सेवा कार्यों में समर्पण भाव से लगे हुए है ,,,इन इसी सेवाभाव ,,ईमानदारी के जज़्बे की वजह से आज समाज के कई लोग पारिवारिक विवादों का निस्तारण भी ,,इनकी अदालत में ही करवाने लगे है ,,वाहिद कुरैशी ,,भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पदाधिकारी रहे है ,,यह कोटा जिला वक़्फ़ कमेटी के सचिव पद पर ,,ईमानदारी से कार्य कर चुके ,,है ,,पिछले दिनों कोटा जंगलीशाह बाबा दरगाह परिसर सम्पत्ति के रखरखाव ,, चार दीवारी अभियान में भी ,वाहिद कुरैशी की संघर्ष समिति के सदस्य के रूप में अहम भूमिका रही ,,है ,,वाहिद कुरैशी ने हाल ही में कुछ समय पूर्व ,कोटा कुरैशी समाज के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला है ,,कुरैशी समाज में शादी ब्याह कार्यक्रमों में फ़िज़ूल खर्ची ,,दहेज़ प्रथा से बचने के लिए ,,सामूहिक विवाह का सर्वपर्थम चलन शुरू हुआ था जो वर्तमान में भी बरक़रार है ,,इस सामूहिक विवाह सम्मेलन को संचालित करने की ज़िम्मेदारी स्वतंत्र रूप से ,, अतिरिक्त अध्यक्ष बनाकर करवाने के लिए दी जाती है ,,जो बखूबी चल रही है ,सेकड़ो जोड़े ,,इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में लाभान्वित होते है ,,,वाहिद कुरैशी ने अध्यक्ष कार्यभार ग्रहण करते ही ,,नए कोटा में ,,कुरैशी समाज के ,सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य पूरा करवा कर ,,रंगरोगन करवाया ,,और इसे एक बढ़ी आमदनी का ज़रिया बनाकर इसकी आमदनी को कल्याणकारी मामलों में खर्च करने के लिए समाज में सहमति बनाई ,,कोटा में घंटाघर क्षेत्र में स्थित मुसाफिर खाना इसी समाज के द्वारा संचालित है जो न्यूनतम किराये पर ,मुसाफिरों की सुविधानुसार दिया जाता है ,,मुसाफिर खाने के विस्तार कार्य्रकम को शुरू कर उसमे ,,आधुनिक कमरे ,,सहित डेढ़ दर्जन से भी अधिक नए कमरों का निर्माण ,,वाहिद कुरैशी के नेतृत्व में शुरू हो गया है ,,जबकि बरजी घाट चंद्रघटा क्षेत्र में स्थित ,,कुरैशी जमातखाना ,,भी इसी समाज के द्वारा संचालित है ,जो कुरैशी समाज सहित ,,सभी समाजो के लिए उपयोगी है ,,,,,वाहिद कुरैशी अपने अनुभवों के आधार पर ,,ईमानदारी से ,,रिकॉर्ड ,आमद खर्च का हिसाब तैयार कर ,,निर्माण कार्यो में लगे है ,,समाज की अब आमदनी में भी वृद्धि हुई है ,,जिसके तात्कालिक निस्तारण के लिए समाज के लोगो के कल्याणकारी कार्यो के लिए स्थाई व्यवस्था कर दी गयी है ,,वाहिद कुरेशी और समर्थको के फैसले के अनुसार ,,अब की भी समाज का सदस्य अगर प्रतिभावान बच्चा है ,आगे पढ़ाई पढ़ना चाहता है ,तो उसका सारा खर्च समाज की तरफ से दिया जाएगा ,,जबकि कोई व्यक्ति असाध्य बीमारी से ग्रसित होता है ,,उसके पास इलाज के लिए व्यवस्था नहीं है तो ऐसे व्यक्ति का सम्पूर्ण इलाज भी समाज के द्वारा ही करवाया जाने का निर्णय लिया गया है ,,इसी तरह से ,, सामूहिक विवाह सम्मेलन के वक़्त अगर किसी गरीब व्यक्ति के पास अपनी बेटी या बेटे का विवाह शुल्क जमा कराने के लिए रुपया नहीं है तो उसका सारा खर्च ,,समाज द्वारा ही जमा कराया जाएगा ,,,ऐसे में समाज को वाहिद कुरैशी के प्रयासों से बढ़ाई गयी आमदनी से ,,कल्याणकारी कार्यो में काफी राहत मिलने लगी है ,,वाहिद कुरैशी वर्तमान में दिन रात एक कर ,,घंटाघर के मुसाफिर खाने को और अधिक सुविधायुक्त ,,आधुनिक साज सज्जा वाला बनाने की कोशिशों में जुटे है ,,जबकि समाज में भी इन्होने दुःख तकलीफो का सर्वेक्षण करवाना शुरू कर दिया है ,,,जिसमे समाज को पारिवारिक ,,सामाजिक ,,क्या परेशानियां है उनका निदान कैसे सम्भव है और जो लोग समाज में सदस्य बनने से रह गए है , ,उन्हें भी नई मर्दुम शुमारी में समाज के रजिस्टर में जोड़ा जा रहा है ,,वाहिद कुरैशी चाहे उम्र में छोटे हो लेकिन इनके अनुभव और ईमानदाराना फैसले ,,की वजह से यह समाज में लोकप्रिय है ,,समाज के पारिवारिक विवादों का निस्तारण अदालत के बाहर ,,करने के लिए एक बार इनके समक्ष सुनवाई ज़रूर होती है ,,,,,वाहिद कुरैशी ,इनके अपने कुरैशी समाज में दहेज़ विरोधी ,,फ़िज़ूल खर्ची से बचाव के लिए तो मुहीम में शामिल है ही सही ,,लेकिन अब समाज के लोगो में ,,शिक्षा ,,को लेकर भी इन्होने जागरूकता का काम शुरू किया है जबकि समाज के बेरोज़गारो को कैसे ,,रोज़गार से लगाकर आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है इसके लिए भी यह प्रयासरत है ,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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