हे रामचंद्र ,,कह गये,,, सिया से ,,,कि ऐसा,,, कलियुग आएगा ,,,हंस
चुगेगा,,, दाना तिनका,,,,कौआ रोटी खायेगा.,,,,जी हाँ दोस्तों कलियुग है
,,यहां किसानो को अपने इन्साफ के लिए ,,मिडिया जो ,,गो रक्षा ,,लव जिहाद
,,,ट्रिपल तलाक़ ,,,अज़ान ,,फतवा ,,,लाल बत्ती ,,,वगेरा वगेरा ,,पेढ न्यूज़ के
तहत ,,देश की रोज़ी ,,रोटी ,,रोज़गार ,,भूख ,,गरीबी ,,किसानो की समस्याओ को
दबाकर ,,,सरकार की छद्म तस्वीर ,,,आल इस वेळ की पेड न्यूज़ दिखा रहे है
,,ऐसे बिकाऊ ,,ज़रखरीद गुलाम ,,मिडिया के ज़रिये ,,अंधी ,,गूंगी ,,भरी
,,निकम्मी ,फेंकू सरकार तक ,,अपनी समस्या पहुंचाने के लिए किसान नंगे हो
रहे है ,,तो किसान मल मूत्र ,,गंदगी खा रहे है ,,,खेर देश का एक गुलाम तबक़ा
,,जिसे अंधभक्त कहा जा सकता है ,,वोह तो इन किसानो को गद्दार
,,,राष्ट्रद्रोही ,,कहकर ,,पल्ला झाड़ लेगा ,,सोशल मीडिया पर जो लोग ,,इस
आवाज़ को उठा रहे है ,वोह गद्दार कहलायेंगे ,,,और जो बिकाऊ मिडिया ,,किसानो
की इस आवाज़ को दबाएगा ,,इस समस्या पर लाइव ,बहस नहीं करवाएगा ,,उसकी
तिजोरिया भर दी जाएंगी ,,उन्हें या तो राजयसभा में ले लिया जाएगा ,,या फिर
पद्म श्री ,पदम् भूषण वगेरा वगेरा ,,सरकारी सहूलियतों वाले पुरस्कारों से
नवाज़ दिया जाएगा ,,घोर कलियुग है जनाब ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा
राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)