आपका-अख्तर खान

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25 अप्रैल 2017

फिर भी देखो

तुम्हारी मोहब्बत मेरे लिए
नंगे पैर तपती धुप में
जलते डामर पर
खड़े होने जैसी हो गयी है ,,
फिर भी देखो
में पसीने में तर बतर
पैरों में छाले लिए ,,
तुम्हारी मोहब्बत में खड़ा हूँ ,,,अख्तर

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