,प्रदेश कोंग्रेस कमेटी के अनुभवी ,,वरिष्ठ सेवक ,,आदरणीय बुद्धाराम जी के
साथ मेने कुछ ख़ुशी के पल बांटे ,,मेने उनके साथ सेल्फी लेकर खुद को धन्य
किया ,,,,,राजस्थान प्रदेश कोंग्रेस कमेटी कार्यालय ,,का एक नज़ारा यहां
,,कार्यालय ,,,वी आई पी नेताओं ,, कार्यकर्ताओं से ठसाठस भरा है ,,,लोगो
में वी आई पी नेताओं ,,खासकर ,, लोकप्रिय प्रदेश अध्यक्ष ,,,सचिन सर के साथ
,,फोटो खिंचवाने की होड़ लगी है ,,हाल ही में वास्तुकला की दृष्टि से
,,,बदले गए ,,प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष के नए चेंबर ,,,, गेट के बाहर ,,एक
शख्स ,,चेहरे पर तनाव की लकीरों के साथ ,,आने जाने वालों को,,,, व्यवस्थित
कर रहा है ,,गेट पर खड़ा है ,,लोगो की अनावश्यक आवाजाही रोकने के लिए ,,
कार्यकर्ताओं के धक्के खा रहा है ,,,उनके गुस्से का शिकार हो रहा है
,,लेकिन यह ,,,सिर्फ हाथ जोड़कर,,, खामोशी से ,,इन सभी कार्यकर्ताओं का
,,,यह विनम्रता से यह कहकर ,,,मुक़ाबला कर रहा है ,,कुछ लोग अंदर से आ जाए
,आप फिर चले जाइये ,,दोस्तों ,,,यह नज़ारा ,,,जो हमने मंज़र कशी की है
,,,,कमोबेश ,लोकप्रिय राजस्थान प्रदेश कोंग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ,,,सचिन
पायलेट के जयपुर स्थित,,, इंद्रागाँधी भवन ,,,कोंग्रेस कार्यालय में होने
पर,,, रोज़ मर्रा का नज़ारा होता है ,,,,हमने इस बुज़ुर्ग से दिखने वाले
,,शख्स के चेहरे की लकीरों को पढ़ा ,,इसमें काम का तनाव ,,अनुभव का हौसला
शामिल था ,,,हम खड़े ,रहे ,,लोग वी आई पी नेताओं से मिलते रहे ,,फोटो
खिंचवाते रहे ,,खेर,, कुछ देर में सचिन पायलेट ,,,कार्यालय से निकले
,,पायलेट के निकलते ही ,,कार्यालय खाली सा हो गया ,,,,मेने इन बुज़ुर्ग के
पास जाकर ,,इनसे हाथ मिलाया ,,गले मिला ,,होली की मुबारकबाद दी ,,मेरा
परिचय दिया ,,इन बुज़ुर्ग से दिखने वाले शख्स ने ,,आश्चर्यचकित होकर ,,ख़ुशी
ज़ाहिर की ,मेरा हाथ पकड़ते हुए कहा ,,,में बुद्धाराम ,,मेने कहा कोंग्रेस
कार्यालय में कितने साल से खिदमत में हो ,,बुद्धाराम जी ने बताया ,,वर्ष
1979 में नाथूराम मिर्धा साहब ने ,,,उन्हें नियुक्ति दी थी ,तब से कोंग्रेस
कार्यालय में ,,,,सभी अध्यक्षो की सेवा कर रहा हूँ ,,क़रीब डेढ़ दर्जन से भी
अधिक अध्यक्षो के सेवक रहे ,,इस आदरणीय बुद्धाराम के कार्यकाल में ही
,,,कई नेता ,,मुख्यमंत्री ,,मंत्री ,,,केंद्रीय मंत्री बने ,,,वोह कहते है
में ,,दीपेंद्र सिंह शेखावत के चुनावी क्षेत्र श्रीमाधोपुर से हूँ
,,,उन्होंने बताया वोह अभी,,,, हसनपूरा रहते है ,,उनके दो बेटे है ,,जो कई
सालों से रोज़गार की तलाश में है ,,,,,उनके चेहरे पर,,,, घर ग्रहस्थी चलाने
की जो चिंता थी,,, साफ़ नज़र आ रही थी ,,,मेने बुद्धाराम कोंग्रेस कार्यालय
के सबसे वरिष्ठ ,,अनुभवी ,,बुद्धाराम साहिब के साथ,,, फोटो खिंचवाने की ज़िद
की ,,,थोड़ी ना नुकुर के बाद ,,,वोह तैयार हुए ,,,फोटो खिंचवाया ,,,उनसे
हाथ मिलाया ,,फिर गले लगे ,,और हम ,,,कोंग्रेस कार्यालय से बाहर आ गए ,,में
सोचता रहा ,,एक शख्स जो सबसे पुराना है ,,एक शख्स ,,, जो कई सालों से
संगठन और संगठन के नेताओं का खिदमतगार है ,,,पुरे अड़तीस साल में ,,उसने न
जाने कितने मंत्री ,,मुख्यमंत्री ,,केंद्रीय मंत्री ,सांसद ,,विधायकों को
,,प्रदेश कोंग्रेस अध्यक्ष के चेंबर में,,, अनुशासित तरीके से मिलने भेजा
है ,,वोह बुद्धाराम ,उस बुद्धाराम की,,,, निजी परेशानियां भी,,, सत्ता में
आने के बाद ,,,हमे याद रखना होगी ,,बुद्धाराम कई बार कोंग्रेस यात्राओं
,,विकास रथयात्राओं ,,प्रदेश के प्रशिक्षण शिविरों सहित ,,,,अनेक
कार्यक्रमों में ,,,प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं के साथ सहयोगी के रूप में
यात्राओ में साथ रहे है ,,कोटा में भी नरेशविजयवर्गीय के साथ प्रदर्शनी के
विकास कार्यक्रम में बुद्धाराम सहयोग कर चुके है ,,सच बुद्धाराम साहिब के
साथ फोटो खिंचवाकर में खुद को ,,अभिभूत ,,कृतज्ञ अनुभव कर रहा हूँ
,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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