तुम्हे पता है
तुम्हारे लिए लिखा
हर अलफ़ाज़
इन दिनों
मेरे कुछ दोस्तों के ज़रिये
हो जाता है
कापी पेस्ट ,,
शायद वोह भी
तुम्हारे दिए दर्द की तरह
किसी बेवफा के
दर्द के मारे है ,,अख्तर
तुम्हारे लिए लिखा
हर अलफ़ाज़
इन दिनों
मेरे कुछ दोस्तों के ज़रिये
हो जाता है
कापी पेस्ट ,,
शायद वोह भी
तुम्हारे दिए दर्द की तरह
किसी बेवफा के
दर्द के मारे है ,,अख्तर
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