तुम ,तुम्हारी सियासत ,,
तुम्हारे ऐशो आराम ,,
तुम्हारी लक्ज़री गाड़ियां
तुम्हारा यह लाहो लश्कर
तुम्हारे यह झूंठे वायदे
तुम्हारे यह झूँठ के पुलन्दे
तुम तुम्हारे पास रखो ,,
मेरे पास तो
मेरा हिंदुस्तान
मेरे हिन्दुस्तानियो को
सुकून से रहने दो ,,,अख्तर
तुम्हारे ऐशो आराम ,,
तुम्हारी लक्ज़री गाड़ियां
तुम्हारा यह लाहो लश्कर
तुम्हारे यह झूंठे वायदे
तुम्हारे यह झूँठ के पुलन्दे
तुम तुम्हारे पास रखो ,,
मेरे पास तो
मेरा हिंदुस्तान
मेरे हिन्दुस्तानियो को
सुकून से रहने दो ,,,अख्तर
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