मोहब्बत अजीब थी तुम्हारी
चाहां तो टूट कर चाहा ,,,,,,,
मोहब्बत के महीने में ,,
मोहब्बत का दिन जब आया
बेवजह तुमने मोहब्बत के इस दिन को
ब्रेकअप दिवस मना दिया ,,
ऐसा क्यों किसके लिए तुमने किया
बस इतनी सी राज़ की बात
बता दो मेरे खातिर ,,,अख्तर
चाहां तो टूट कर चाहा ,,,,,,,
मोहब्बत के महीने में ,,
मोहब्बत का दिन जब आया
बेवजह तुमने मोहब्बत के इस दिन को
ब्रेकअप दिवस मना दिया ,,
ऐसा क्यों किसके लिए तुमने किया
बस इतनी सी राज़ की बात
बता दो मेरे खातिर ,,,अख्तर
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