आपका-अख्तर खान

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02 फ़रवरी 2017

तुम्हारी ख़ुशी

देखो तुम्हारी ख़ुशी
तुम्हारी मुस्कुराहट के लिए ,,
तुम्हारे कहते ही
हम तुमसे जुदा हो गए ,,
फ़र्क़ बस इतना है
तुम खुशियो के साथ
मुस्कुरा रहे हो ,,
इधर हम भीगी आँखों से
आज भी
तुम्हारे इन्तिज़ार में है ,,अख्तर

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