दोस्तों सोशल मिडिया एक्टिविस्ट की इस मेले में बहुत लोग है जो अपना हुनर
रखते है ,,कोई कवि ,,कोई साहित्यकार ,,कोई मेरी तरह बकवासबाज़ ,,तो कोई
रचनात्मक आंदोलन से जुड़ा है ,,,सोशल मिडिया में ब्लॉगिंग दुनिया के माई
लोर्ड कहे जाने वाले भाई दिनेश द्विवेदी एडवोकेट के कई रचनात्मक ब्लॉग
प्रासंगिक है ,,वकीलों और समाज के लिए ज़रूरी भी है ,,,सभी जानते है जो
सर्वप्रथम सोशल मीडिया से जुड़ता है ,,,कई बखान करता है ,,कई सुझाव देता है
,,कई बातें करता है ,ऐसा होना चाहिए ,,ऐसा नहीं होना चाहिए ,,ऐसा लिखना
चाहिए ,,ऐसा नहीं लिखना चाहिए वगेरा वगेरा ,,लेकिन सोशल मिडिया की शुरुआत
से ही ,सोशल मीडिया पर अपने क़ानूनी ज्ञान ,,अपने साहित्यिक और सामजिक रचनाओ
के ज़रिये राष्ट्रिय ही नही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना चुके एक गुदड़ी
के लाल ,,एडवोकेट दिनेशराय द्विवेदी हमारे कोटा की ,,सोशल मिडिया
एक्टिविस्ट की ,, पहचान बने हुए है ,,सोशल मिडिया की दुनिया में कोटा को
,दिनेश राय द्विवेदी के कोटा के नाम से ही ब्लॉगिंग दुनिया में जाना जाता
है ,,,,जी हाँ दोस्तों ,,,बारा जिले में ,,,एक पंडित परिवार में जन्मे,,,
दिनेश राय द्विवेदी का बचपने से ही पढने और लिखने का शोक रहा हे और,,
इसीलियें,,, विचारों की इनकी स्वतन्त्रता ,भूख और गरीबी के प्रति,,, इनके
इस दर्द ने ,,,द्विवेदी भाई को पंडित से ,,,कोमरेड बना दिया , प्रारम्भ की
शिक्षा ,,,बारां में पूरी करने के बाद ,,,,भाई द्विवेदी जी ने,,, कोटा से
वकालत की परीक्षा पास की और फिर,,,, पहले पत्रकारिता शुरू की,, फिर कवि
बने,, फिर लेखक बने और फिर,,, मजदूर नेता के रूप में कोमरेड की पहचान बनाई
और अब,,, वकालत कर रहे हें , अरे हाँ ,,,एक बात तो में भूल ही गया ,,,इस
बीच भाई द्विवेदी जी पुत्र से पति और फिर ,,एक पुत्र एक पुत्री के पिता बन
गये ,,,आब ससुर साहब कहलाते है ,,,.विचारों से हमेशा स्वतंत्र रहने वाले
,,खुद की सोच स्थापित रखने वाले ,,,भाई द्विवेदी जी अपनी बात ,,,बेबाकी से
कहने के लियें मशहूर हे,,,वेसे तो ,,,मेरा भाई द्विवेदी जी से कई वर्षों का
सम्पर्क हे,, पत्रकारिता के कार्यकाल से,,, में इन से वाकिफ हूँ,,,, लेकिन
बस,, एक मजदूर नेता,,, एक वकील ,,,एक पत्रकार,,, एक कवि और एक जनवादी लेखक
के रूप में ही,,, मेरा इन जनाब से , परिचय था लेकिन में नोसिखिया था और
जब,,, ब्लोगिंग की दुनिया में आया,,, तो मेने ब्लॉग पर,,सोशल मिडिया पर ,,
भाई द्विवेदी जी का जब काम देखा ,,,तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गयीं ,,,एक
वकील और पत्रकार होने के नाते में ,,इन्हें ,,खूब जानता था ,,, वकील की
कितनी व्यस्तताएं होती हे ,,,उनकी कितनी मर्यादाएं होती हे और फिर,,, इन सब
के बावजूद भी ,,, द्विवेदी भाई ने ब्लॉग की दुनिया में चमत्कार कर रखा
था,,, हर ब्लॉग पर द्विवेदी जी की,,, जय जय कार थी और ,,अदालत से अदालत तक
,,,,के ब्लॉग के सफर के बाद,,, देश भर के कानूनों को ,,,इन भाई द्विवेदी जी
ने ,,,,ब्लॉग की दुनिया में ,,,लिख डाला इनके ब्लॉग पर ,,,कानून की सभी
तरह की जानकारी और हर विभाग से लिंक बनाया गया ,,,,,. फिर तीसरा खम्बा ऐसा
बनाया,,,, जिसपर ब्लॉग की दुनिया ,,को ,,,द्विवेदी जी ,,,खड़ा करते गये और
फिर ,,पीछे मुद कर ,,,,इन्होने नहीं देखा , ब्लॉग की दुनिया में ,, इंटरनेट
के जरिये,,, लोगों के विधिक सवालों के जवाब देने वाले ,,,भाई द्विवेदी
पहले इंटरनेट ब्लोगर बने और आज,,, काई विधिक सवाल ,,,इनके पास लोग ,,अपनी
जिज्ञासा या परेशानियां दूर करने के लियें,,, भेज कर उनका समाधान खोजते हें
,द्विवेदी जी ने ,,,अनवरत शुरू किया और फिर,,, अनवरत जारी इस ब्लॉग में,,,
बहतरीन लेख सुझाव जब लिखे गये तो ,,,यह ब्लोगिंग की दुनिया के हर दिल अज़ीज़
हो गये ,,,,भाई दिनेश जी ब्लॉग की दुनिया में खुशदीप जी , शाहनवाज़ जी ,
सतीश सक्सेना, ललित शर्मा जी सहित कई ब्लोगरों से बहुत प्रभावित हें,,,
इनका ब्लॉग , माई हाडौती ,,, हाडोती की संस्क्रती की याद दिलाता हे ,,अब तक
हजारों ब्लॉग,,, लिखने वाले,,, भाई द्विवेदी जी ,, हमारी सादा जीवन उच्च
विचार वाली,,,, भाभी जी के साथ मिलकर,,, ब्लोगिंग करते हें और अब ,,,यह सभी
विधा में पारंगत हो जाने के बाद,,,, ब्लॉग गुरु भी बन गये हें,,, भाई
द्विवेदी के लेखों में,,, जितनी गम्भीरता जितना ज्ञान हे ,,,जाहिरा तोर पर
,,,द्विवेदी जी इतने ही खुश मिजाज़ ,,,,लोगो के मदद गार हें,,,, वोह हर
किसी के सुख दुःख में ,,,साथ रहते हें,,, और उनकी ब्लोगिंग कला की वजह से
ही ,,,द्विवेदी जी को पिछले दिनों ,,हमारी वाणी का सलाहकार बनाया गया
हे,,, ब्लॉग की दुनिया को ,,,द्विवेदी जी से बहुत उम्म्मिदें हैं ,,
द्विवेदी प्रशंसकों की हर कसोटी पर खरा उतरने की कामयाब कोशिश करते है ,,
ख़ास बात यह है के द्विवेदी बहुत कम लोगो से प्रभावित होते हें ,,और जब वह
पूरी तरह से संतुष्ट हो जाते हे तो फिर,,, वोह उसी के हो जाते हें ,,,यानी
हर काम ,,,वोह ठोक बजा कर करना चाहते हें और इसीलियें ,,,वोह बुलंदियों पर
हें ,,,अपनी बात वोह दमदारी से कहने के लियें विख्यात हें,,, फिर चाहे
,,कोई उनकी बात से सहमत हो या नहीं ,,,उन्हें परवाह नहीं ,,उनकी इस साफ़ गोई
की वजह से ,,,कई बार उनसे कुछ लोगों का अनावश्यक टकराव भी हो जाता हे ,
उनकी इन खूबियों ने उन्हें ब्लॉग दुनिया में एक केंची देकर माई लोर्ड बना
दिया हे . ,,दिनेश राय द्विवेदी इन दिनों ,,सोशल मिडिया की ब्लॉगिंग दुनिया
सहित ,,,फेसबुक ,,ट्विटर पर ही अपना कमाल दिखा रहे है ,,द्विवेदी की क़लम
को कई बार विरोधियों के किराए पर लेने ,,इसे खरीदने की कोशिशें भी की
,,लेकिन उन्हें सिर्फ मुंह तोड़ जवाब ही मिला ,,,सीधे ,,सरल ,,लेकिन विचारो
के प्रति अड़ियल दिनेश राय द्विवेदी से एक सच उनकी जवानी की प्रेमकहानी के
बारे में जानने की कोशिश की ,,उन्होंने बेबाकी से कहा ,,हाँ मुझे किसी से
प्यार था ,,लेकिन पवित्र प्यार ,,साफ़ सुथरा प्यार ,,एक दूसरे को समझने वाला
प्यार था ,,,अब मुझे अपनी क़लम ,,अपने विचार ,,अपनी लेखनी की स्वतन्त्रता
से प्यार है ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)