आदरणीय साहिब ने कहा है ,के धर्म के आधार पर कहीं भेदभाव नहीं होना चाहिए
,,,,चुनाव में हार के खोफ से अपनी असली वाणी में आये ,,आदरणीय प्रधानमंत्री
कार्यालय में आरक्षण का सर्कुलर उठाकर तो देखे ,,उसमे सिर्फ धर्म आधारित
ही आरक्षण है ,,उसे क्यों नहीं बदलते ,,उस आकर्षण को सभी हिन्दुस्तानियो के
लिए क्यों नहीं करते ,,,,,या फिर धर्म आधारित भेदभाव को खत्म क्यों नहीं
करते ,,अब यह भाषण साहिब का है ,,नफरत फैलाने वाला हो ,,धर्म आधारित हो ,,
सुप्रीमकोर्ट के आदेश का उलंग्घन हो ,,लोकप्रतिनिधित्व अधिनियम के खिलाफ हो
,,कोई कार्यवाही नहीं होगी ,,क्योंकि साहिब तो साहिब है ,उन्हें तो सो खून
माफ़ है जनाब ,,,अख्तर
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