तुम खुश रहो
बस यही इक दुआ है ,,
तुम्हारी ख़ुशी
मुझ से मिलकर हो ,,
तुम्हारी ख़ुशी
मुझ से बिछड़कर हो
तुम्हारी ख़ुशी की खातिर
मुझे सब मंज़ूर है ,,,अख्तर
बस यही इक दुआ है ,,
तुम्हारी ख़ुशी
मुझ से मिलकर हो ,,
तुम्हारी ख़ुशी
मुझ से बिछड़कर हो
तुम्हारी ख़ुशी की खातिर
मुझे सब मंज़ूर है ,,,अख्तर
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