मेरी उम्मीदें
मेरी ख्वाहिशे
मेरी चाहत ,,
मेरी ज़िदें
मेरा प्यार
तुम्हारा मेरा मिलन
सब कुछ
देख लेना
याद आएगा तुम्हे
मेरे मिटटी में
मिल जाने के बाद ,,,अख्तर
मेरी ख्वाहिशे
मेरी चाहत ,,
मेरी ज़िदें
मेरा प्यार
तुम्हारा मेरा मिलन
सब कुछ
देख लेना
याद आएगा तुम्हे
मेरे मिटटी में
मिल जाने के बाद ,,,अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)