रंगबिरंगे
अरमानो की तरह
पतंग बनकर
तुम्हारे साथ
प्यार बनकर ,,
जज़्बातों में बहकर
में आसमान
उड़ने चला था
तुमने
चाइनीज़ मांझा बनकर
मुझे ,,
मेरे जिस्म को
मेरे अरमानो को
लहूलुहान कर दिया ,,अख्तर
अरमानो की तरह
पतंग बनकर
तुम्हारे साथ
प्यार बनकर ,,
जज़्बातों में बहकर
में आसमान
उड़ने चला था
तुमने
चाइनीज़ मांझा बनकर
मुझे ,,
मेरे जिस्म को
मेरे अरमानो को
लहूलुहान कर दिया ,,अख्तर
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