वाराणसी के चुनाव में कोंग्रेस प्रत्याक्षी अजय की नरेन्द्र मोदी से सांठ
गाँठ ,,इलाहबाद हाईकोर्ट में भी जग ज़ाहिर कर दी है ,,इलाहबाद हाईकोर्ट किए
यह टिपण्णी के याचिका बेमन से लगाई है ,,,इन गम्भीर आरोपो को सच में बदल
देते है ,,नरेन्द्र मोदी ने ,,जन प्रतिनिधित्व क़ानून के विधि नियम के खिलाफ
पत्नी के मामले में दिया गया शपथ पत्र ,,गलत दिया था ,,पहले के शपथ पत्रो
में पत्नी नहीं थी ,, वर्तमान शपथ पत्र में पत्नी बताई गयी थी ,,अगर पत्नी
बताई गयी थी ,,उनके खाते की रक़म ज़ेवर भी दर्शाना थे ,,,और
भी कई कमिया थी जो जन प्रतिनिधित्व अधिनियम का खुला उलंग्घन था ,,इस मामले
में माननीय उच्चतम न्यायलय की कई नज़ीरे थी ,,,मेने खुद याचिका करता
कोंग्रेस प्रत्याक्षी रहे अजय साहिब को फोन कर यह सारी क़ानूनी बाते बताई थी
,,सुप्रीमकोर्ट का क़ानून भी उन्हें भेजा था ,,लेकिन अफ़सोस मांडोली हो गयी
,,खुद हाईकोर्ट को कहना पढा ,,हाईकोर्ट ने कहा है याचिका बेमन से पेश की
गयी है ,,कोई सुबूत नहीं इसलिए खारिज की जाती है ,,माण्डोली की पोल खुल गयी
,,आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा ,,अख्तर
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