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31 दिसंबर 2016

दोस्तों में नया साल ,हूँ , मुझ से कुछ ,,सीखो ,,में इतराता हूँ

दोस्तों में नया साल ,हूँ , मुझ से कुछ ,,सीखो ,,में इतराता हूँ ,,इठलाता हूँ ,,अपनी आमद पर,, बेवजह ,शराब पार्टियों के साथ ,,नग्न प्रदर्शन कर ,,नाचता हूँ ,,गाता हूँ ,,खुशिया मनाता हूँ ,,फिर ,,,पुराना हो जाता हूँ ,,गुज़र जाता हूँ ,,लेकिन ,,, चन्द यादे ,,,छोड़ जाता हूँ ,,जो टीस बनकर ,,तकलीफ देती है ,,जो अच्छी यादें ,,खुशिया बनकर ,,सुकून देती है ,,ऐसा ही कुछ,,, गुज़रे हुए साल में हुआ ,,,आया दनदनाता हुआ ,,आया ,,,खुशियों के साथ आया ,,लेकिन ,,,बहुत जल्दी ,,खुशियो ,,,दुःख तकलीफो के साथ ,,चला गया ,,,मेरे वालिद जिनका ,,हंसता खेलता ,,साया ,,जिनकी दुआए,,, मेरे साथ थी ,,वोह मुझे छोड़ कर ,,,चले गए ,,बची तो सिर्फ,,, उनकी यादे ,,उनके साथ बिताएं हुए पल की खुशिया ,,उनकी दुआओं से ,,अल्लाह की नवाज़िश ,,हमारे साथ है ,,कभी ख़ुशी,, कभी ,, गम का रिश्ता है ,, अल्लाह से दुआ है ,,हम सिर्फ और सिर्फ,, खुशियो से सराबोर रहें ,,एक रहे ,,नेक रहे ,,गुज़रा साल ,,,देश को भी,, बहुत कुछ दे गया ,,,,दिल्ली को बिल्ली बना दिया गया ,,कश्मीर की जंग जारी रही ,,सेकड़ो फोजी ,,देश की सीमाओ की रक्षा करते हुए,,, शहीद हुए ,,कुछ शहीदों को ,,पाकिस्तानी आतकवादियो ने ,,,धोखे से ,,उनके ही केम्पो में आकर ,,,बेरहमी से शहीद कर दिया ,,कुछ क्रूरतम आतंकवादियो ने ,, हमारे शहीदों के मृत शरीर की बेहुरमती की ,,उन्हें विक्षिप्त कर दिया , देश पाकिस्तान पर हमले की मांग करता रहा लेकिन ,,,हम बहनों और भाइयो करते रहे ,,,अच्छे दिनों के सब्ज़ बाग़ ,,दिखाते रहे ,,लेकिन संसद से ,,भागते रहे ,,एक प्रधानमंत्री ने दर्द बयांन किया ,,,मुझे संसद में ,,बोलने नहीं दिया जाता ,,एक भावी प्रधानमंत्री ने कहा ,,में बोला ,,,तो भूकम्प आ जाएगा ,,मुझे संसद में,, बोलने नहीं दिया गया ,,,अचानक नोटबन्दी की त्रासदी ,, बैंको के बाहर ,,लम्बी लाइने ,,इस पर सियासत ,,प्रधानमंत्री ने अपनी ,,,अम्मी जान को ,,लाइन में लगा दिया ,,तो खुद राहुल जी दो बार,, बैंक की लाइन में लग गए ,,अजीब हालात रहे ,,दिल्ली जे ऍन यू को,, तमाशा बनाया गया ,,कन्हय्या हीरो बनकर उभरे ,,लेकिन ,,इसी जे ऍन यू के ,,,एक नजीब अब तक लापता है ,,उसकी माँ को गिरफ्तार किया गया ,,देश के भावी प्रधानमंत्री,, राहुल गांधी ,,दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ,,उप मुख्यमंत्री अरविद सिसोदिया ,,गिरफ्तार हुए ,,,दिल्ली के राज्यपाल ,,,नजीब बदनाम रहे ,,लेकिन आखरी में,, इस्तीफा देना पढा ,,नजीब की जंग ,,नजीब से आप पार्टी की जंग,, अधूरी रह गयी ,,उत्तराखण्ड में सियासत गरमाई ,,सत्ता पक्ष के विधायको को ,,राष्ट्रिय हाईकमान ने टाइम नहीं दिया ,,तो उन्होंने ,,,तख्ता पलटने की कोशिश की ,,कोंग्रेस ने जिसे ,,अपनी आस्तीन में पालकर ,,राष्ट्रपति जैसे ,,,मुख्य पद पर नियुक्त किया ,,उसी राष्ट्रपति ने ,,,गैरक़ानूनी तरीके से ,,राष्ट्रपति क़ानून की ,,उत्तराखण्ड में ,,,मोहर लगा दी ,,सुप्रीमकोर्ट ने ,,,चपत लगाई ,,राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किये जाने वाले,,, जज ने ही ,,राष्ट्रपति के आदेश को गैरक़ानूनी ,,असवैधानिक क़रार दिया ,,फिर सरकार आई ,,सरकार और सुप्रीमकोर्ट में नियुक्तियों को लेकर तनातनी लगातार जारी रही ,,,भाजपा के सांसद ,,सुब्रमण्यम स्वामी ने ,,वित्तमंत्री अरुण जेठली पर खुलकर आरोप लगाए ,,पत्रकारिता के चरित्र की गिरावट का यह,,, पराकाष्ठा का साल रहा ,,,,,प्रधानमंत्री की सर्वाधिक,,, विदेश यात्राएं ,,खासकर पाकिस्तान के शरीफ के घर ,,,जाकर उनसे गलबहियां ,,,फिर भारत में पठानकोट ,,कश्मीर में भारत के केम्पो पर हमले रहे ,,सहिष्णुता ,,असहिष्णुता को लेकर ,,एक बहस ,,एक जंग ,,,छिड़ी ,,दलितों पर अत्याचार ,,मुज़फ्फरनगर में एक निहत्थे अख़लाक़ अख़लाक़ ,,की हत्या ,,दलितों पर अत्याचार ,,,हार्दिक पटेल की बगावत ,,,गुजरात में दलितों पर हमले आम रहे ,,असहिष्णुता के खिलाफ पहली बार साहित्यकार ,,बुद्धिजीवियो ने अपने सम्मान पुरस्कार लौटाए ,, प्रधानमंत्री नक़ली गोरक्षकों को खूब लताड़ा ,,,भारत का पाक के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक ,,फिर नोटों का सर्जिकल स्ट्राइक ,,दो हज़ार रूपये के नोटों की काले धन को रोकने के लिए हास्यास्पद छपाई ,,बैंक गवर्नर की नियुक्ति फिर ,,एक हज़ार के तीस हज़ार करोड़ रूपये के ,,बिना चांदी के तारो वाले नोटों की छपाई ,,उनकी नक़ली फोटोकॉपी का बाजार में प्रचलन ,,,प्रतिपक्ष की चुप्पी इस मामले में सरकार प्रतिपक्ष की मांडोली ,,,नए नॉट आम जनता को तो कई दिनों तक लाइन में लगने पर भी नसीब नहीं ,, लेकिन आतंकवादियो और जमाखोरों के पास ,, करोडो रूपये के नए नोटों का मिलना ,,,एक हास्यास्पद व्यवस्था लगी ,,रेड्डी बन्धुओ के यहां नोटबन्दी के दौरान,, पांचसो करोड़ की शादी ,,भाजपा कार्यालयों के लिए ,,ज़मीनों की खरीद ,,नियुक्तियों में मनमानी ,,फ़ौज में वरिष्ठ व्यवस्था की नज़रअंदाज़ी के साथ नियुक्ति ,,नवजोत सिद्धू का भाजपा से कोंग्रेस में जाना ,,सपा का टूटना ,,बिखरना ,,भारत सरकार की दूरसंचार सेवा ,,बी एस ऍन एल जैसी सेवा देने वाले निजी कम्पनी ,,रिलाइंस की जिओ सिम के स्टार विज्ञापन प्रचारक भारत सरकार के मुखिया ,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद बने ,,अजीब लगा ,,खुद अपना बी एस ऍन एल नेटवर्क बेचने वाली सरकार ,,जिओ सिम की प्रचारक क्यों बनी ,,सरकार को अडानी ,,,अम्बानी की गुलाम होने के आरोप लगे ,,,विजय माल्या ,,देश के करोड़ो रूपये लेकर फरार हुआ ,,गरीबो पर टेक्स लगा ,,विजयमाल्या सहित दूसरे उद्योपतियों के करोडो करोड़ रूपये ,,,सरकार ने माफ़ किये ,,अजीब लगा ,,,कोंग्रेस टूट कर बिखरती रही ,,आन्तरिक कलह के दौर से गुज़री ,,फिर राहुल ताक़त बनकर उभरे ,,मायावती का भाजपा सांसद ने अपमान किया ,,मुक़दमा हुआ गिरफ्तार हुए ,,,जय ललिता की बीमारी के बाद मोत के बाद शोक का माहौल रहा ,,,फोजियो को पेंशन नहीं मिलने पर ,,दिल्ली के फोजी द्वारा आत्महत्यह की गयी ,,,जनता के सुख दुःख के साथी कोई नहीं बने ,,सिर्फ रैलियों में भीड़ ,,बसे ,,,खाने के पैकेट मिलते रहे ,,नेता भाषण देते रहे ,,देश का आम आदमी नॉट लेस ,,सरकार केश लेस होती गयी ,,,प्रधानमनत्री ,सूटेड बूटेड वाले प्रचारित हुए ,,देश के प्रधानमंत्री ने विदेश में कहा ,,राजस्थान के इमरान में भारत बसता है ,,उन्होंने दुबई की मस्जिद में वुज़ू बनाया ,,उन्होंने अमेरिका में कहा ,,भारत का एक भी मुसलमान आतंकवादी नहीं है ,,भक्तजनो ने नरेन्द्र मोदी को देश की तक़दीर बताया ,,,नरेन्द्र मोदी के समर्थको को अंधभक्त नाम दिया गया ,,प्रतिपक्ष के राहुल ,,केजरीवाल ,,मायावती ,,ममता को कई नए नाम मिले ,,बिहार में नितीश कुमार ने गठबंधन के खिलाफ नॉट बन्दी का समर्थन का सभी को चोंका दिया ,,,कई अजीब बातें हुई ,,शराबंबन्दी बिहार में हुई ,,देश में शराबबंदी नहीं ही ,,गुजरात पुलिस ने आर्थिक अपराधी महेश शाह को न जाने किसके इशारे पर पुलिस की वर्दी पहना कर सुरक्षा कवच देकर घुमाया ,,,,अग्नी परीक्षण हुआ ,,कश्मीर जला ,,फिर काबू में आया ,,भाजपा विचारधारा से अलग हठ कर कश्मीर में पी डी पी के सामने सरकार बनाने के लालच में झुकी ,,फसादात हुए ,,कर्फ्यू रहा ,,हालात सामान्य हुए ,,अमिताभ बच्चन जैसे सुपर स्टार छोटे छोटे विज्ञापनों में देखे जाने लगे ,,,सोनिया गांधी के लिए अस्वस्थता से भरा रहा यह साल ,,,अजीब रहा यह साल ,,लेकिन गुज़र गया ,,गुज़र तो गया बस कुछ यादे ,,कुछ बातें ,,कुछ सवालात ,,दिल और दिमाग में छोड़ गया ,,इसका चिंतन ,,मंथन ,,हमने क्या खोया ,,क्या पाया ,,अगर हम देखे तो सच देश सुधर जाएगा ,,हमे नयी राह मिलेगी ,,नए आयाम मिलेंगे ,,लेकिन क्या हम मज़हबी ,,सम्प्रदायी ,,समाजी ,,जाती ,,सियासी विचारधाराओं से ऊपर उठकर देश के लिए सिर्फ देश के लिए सोच सकेंगे ,,इन सवालो का सही जवाब तलाश सकेंगे ,,,देश को एक जुटता में पिरो सकेंगे ,,देश में सियासत नहीं सिर्फ इन्साफ की बात हम कर सकेंगे ,,क्या यह साहस हम जुटा पाएंगे ,,या फिर हर साल यूँ ही कोंग्रेस ,,भाजपा ,,सपा ,,बसपा ,,आप ,,तमिल मनीला ,,हिन्दू ,,मुस्लिम ,,सिख ईसाई में हम बंटते रहेंगे ,,अपनों की तारीफ़ कर हम भक्त जन और दुसरो की बुराई कर हम पप्पू ,,लल्लू एक दूसरे को कहते रहेंगे ,,क्या हम सच को सच और गलत को गलत कहने का साहस नहीं कर सकते ,,क्या हम एक दूसरे को दूरिया हटाकर गले नहीं लगा सकते ,,क्या हम आपकी दीपावली ,,आप हमारी ईद के त्यौहार में नहीं आ सकते ,,क्या हम सब मिलकर , एक नया आदर्श हिंदुस्तान ,,मेरा भारत महान नहीं बना सकते ,,,अगर हाँ तो आओ हम संकल्प ले ,,इस नए साल में हम सच ,,सिर्फ सच का साथ देंगे फिर चाहे वोह गलती हमारे धर्म मज़हब या सियासी पार्टी के पदाधिकारियो ,,मंत्रियो ,,प्रधानमंत्री अध्यक्षो ने की हो हम उस गलती का एक जुट होकर बिना किसी पक्षपात के विरोध करेंगे ,,,आओ एक नई सोच बनाये ,,एक नया हिंदुस्तान बनाये ,,,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान


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