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06 नवंबर 2016

देश के संविधान में,,, तीन स्तम्भो का ज़िक्र है ,,फिर भी जनता के आत्मविश्वास ने,,, प्रेस को देश के चौथे स्तम्भ का दर्जा दिया है ,

देश के संविधान में,,, तीन स्तम्भो का ज़िक्र है ,,फिर भी जनता के आत्मविश्वास ने,,, प्रेस को देश के चौथे स्तम्भ का दर्जा दिया है ,,लेकिन अफ़सोस है ,,के वर्तमान व्यवसायिक हालातो में ,,देश का यह चौथा स्तम्भ ,,,जनता के विश्वास की कसौटी पर,,, सही नहीं उतर रहा है ,,हालात यह है ,,,के प्रेस अपने मुद्दे देता है ,,अपने विचार देता है ,,और अगर कोई इनके खिलाफ चले ,,,तो यही अख़बार यह चेनल ऐसी शख्सियतों के ,, खिलाफ हो जाते है ,,सभी अख़बार या चेनलों में विज्ञापन ,,नेताओ के बयानात ,,महिमामंडन ,,कॉमर्शियल ,,कम्पनियो की खबरों के अलावा कोई खास नहीं होता ,, जनता के विश्वास की ,,,जनता के हक़ की केवल,,, तीन प्रतिशत खबरें ही होती है ,,,,,,,,,,,,,,कोटा उत्तर के विधायक प्रहलाद गुंजल ने आज,,, की कोटा प्रेस क्लब नवनियुक्त कार्यकारिणी के पदग्रहण और दीपावली स्नेहमिलन समारोह में ,,,सभी पत्रकारों को शुभकामनाये देते हुए ,,पत्रकारों की इस बदली सोच ,,इस बदले हालातो पर खूब खरी खरी सुनाई ,,,,,,,,,,विधायक ,प्रह्लाद गुंजल ने कहा मेने विधायक होने के नाते ,,विधि का छात्र होने के नाते ,,संविधान को बारीकी से पढा है ,,सभी अनुच्छेदों को पढ़ा है ,,लेकिन संविधान में ,,कार्यपालिका ,,न्यायपालिका ,,विधायिका तीन स्तम्भो का ज़िक्र है ,,फिर भी हमारे देश की प्रेस को देश की सवा सो करोड़ जनता के आत्मविश्वास ,,भरोसे ने चौथे स्तम्भ का नाम दिया है ,,और यह चौथा स्तम्भ ,,जनता के विश्वास ,, जनता की समस्याओ के समाधान ,,जनता के न्याय के लिए संघर्ष करता है संविधान के तीन स्तम्भ ,,व्यवस्थापिका ,,न्यापालिका ,,विधायिका की जनता के हक़ में या जनता की उपेक्षा को लेकर की जा रही कारगुज़ारियों पर नज़र रखता है ,,यह निगरानी सवा सो करोड़ जनता के आत्मविश्वास की कसौटी पर सही उतरती है तब कहीं प्रेस को चौथे स्तम्भ का ख़िताब मिलता है ,,यह चौथा स्तम्भ सवा सो करोड़ जनता का दिया गया विश्वास है ,,इसका मान सम्मान ,,निष्पक्ष और निर्भीकता से बनाये रखना इस चौथे स्तम्भ की ज़िम्मेदारी है ,,प्रह्लाद गुंजल ने वर्तमान पत्रकारिता के दौर में इस चौथे स्तम्भ की पक्षपात पूर्ण नीति ,,विज्ञापन से भरपूर एडजस्टमेंट खबरों की नीति ,,मैनेज खबरों की नीति ,,नेताओ ,,पार्टियों के पक्षकार बनकर दिखाई और लिखी जाने वाली खबरों की नीति पर व्यंग्य कसते हुए कहा ,,का इन दिनों देश में नम्बर वन चेनल ,,नम्बर वन अख़बार के खिताब का खेल चल रहा है ,,लेकिन यह नम्बर वन चेनल ,, नम्बर वन अख़बार ,,सवासो करोड़ जनता के लिए सिर्फ और सिर्फ तीन प्रतिशत खबरे देते है ,,बाक़ी मैनेज खबरे ,,व्यवसायिक खबरे ,,उन्होंने कहा पत्रकारों को आम जनता की समस्याओ ,,उनके निराकरण ,,विकास ,,सामाजिक न्याय ,,न्यायपालिका ,,विधायिका ,,,कार्यपालिका द्वारा किये गए उपेक्षित कार्यो की खबरों को प्रमुखता से दिखाकर समाज को सुधारना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं होता है ,,ऐसी खबरे केवल तीन प्रतिशत या फिर इससे भी कम होती है ,,प्रह्लाद गुंजल ने कहा के ऐसे नम्बर वन चेनल ,,ऐसे नम्बर वन अखबारों ,,के विज्ञापन अगर बन्द कर दिए जाए ,,तो दो दिन में इनकी चले हिल जाती है ,,उन्होंने कहा की ऐसा इसलिए होता है के अखबारों ,,चेनलो ,,पत्रकारों ने सवासो करोड़ लोगो के प्रति ,,देश के प्रति ,,समाज के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभाई ,,सिर्फ पक्षकार बनकर खबरे लिखी है ,,व्यवसायीकरण किया है ,,प्रह्लाद गुंजल ने व्यग्य हुए इंगित करते हुए कहा ,,सुन लीजिये ,,मैनेज खबरों से कुछ नहीं होता ,,यह पत्रकारिता की ज़िम्मेदारी नहीं है ,,,प्रेस क्लब को ऐसे में अपनी भूमिका निभाना चाहिए ज़िम्मेदार बनना चाहिए ,,प्रह्लाद गुंजल ने कहा हम जनता के बीच में रहते है ,,जनता की बात करते है ,,,हमने आज इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया यह तो खबर आ सकती है ,,लेकिन हमने क्या कहा यह कई अखबारों से खबर नदारद रहेगी ,,,उन्होंने कहा अख़बार कुछ चेहरो के अख़बार है ,,,एजस्टमेंट की खबरे आती है ,,जनता की खबरें नहीं ,,,उन्होंने अपने गले की तरफ हाथ रखकर इशारा करते हुए कहा ,,हम यहां तक भर गए है ,,,,,उन्होंने कहा भारत के प्रथम प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार को देश का सबसे बढ़ा शिष्टाचार कहा था ,,,एक प्रधानमंत्री ने देश का एक रुपया जनता के लिए जाता है सिर्फ पन्द्रह पैसे जनता तक पहुंचता है कहा था ,,इस मामले में जनहित की खबरे नहीं दी जाती है ,,उन्होंने कहा एक 75 वर्ष के व्रद्ध ने दिल्ली में जाकर कहा ,,जो भ्रष्टाचार कर रहे है उनके मुंह पर छींके बाँध दो ,,उनके पैरो में बेड़ियाँ डाल दो ,,और इस मुद्दे पर दिल्ली का चुनाव हुआ ,,,कोई संविधान नहीं ,,,कोई सियासी अनुभव नहीं ,,,बस ,,भ्रस्टाचार के मुंह पर छींका बांधना और भ्रष्टाचारियो के पैरो में बेड़ियाँ बाँधने का चुनावी मुद्दा था ,,दिल्ली जहाँ सवा सो करोड़ लोगो को प्रतिनिधित्व करने का नेतृत्व रहता है ,, वहां की अस्सी फीसदी जनता ने इस मुद्दे का समर्थन किया ,,अटूट समर्थन के साथ दिल्ली में इसी मुद्दे को लेकर ऐतिहासिक सरकार बनी ,,मिडिया ने ऐसी सरकार को भी कुछ दिनों बाद ,,,व्यवसायीकरण व्यवस्था के तहत नहीं बख्शा ,,प्रह्लाद गुजंल ने कहा के भ्रष्टाचार के आखण्ड में डूबे सिस्टम को अगर प्रह्लाद गुंजल जनहित में ललकारता है ,,अगर प्रह्लाद गुंजल में मुंह ऐसी व्यवस्था के खिलाफ गाली निकलती है ,,तो देश की पच्चीस करोड़ जनता को यह मिडिया यह चौथा इस स्तम्भ इसे दिखाता है ,,प्रह्लाद गुंजल भावुक हो गए ,,उन्होंने मिडिया ,,प्रेस क्लब से अपील करते हुए कहा ,प्रेस पर देश की बहुत बढ़ी ज़िम्मेदारी है ,,प्रेस पर जिसे देश की सवासो करोड़ जनता ने चौथे स्तम्भ का सम्मान दिया है ,,वोह मिडिया जनता की आवाज़ उठाये ,,जनता के खिलाफ होने वाली ज़ुल्म ,,ज़्यादतियों और उनके निराकरण को खबर बनाये ,,तीनो संवैधानिक स्तम्भ न्यायपालिका ,,व्यवस्थापिका ,,विधायिका के कर्तव्यों को जनता के लिए पूरा करवाये ,,उनकी कारगुज़ारियों से बारीकी से अध्ययन कर जनहित में खबरे प्रसारित करे ,,निश्चित तोर पर यह चौथा स्तम्भ जिसे देश की सवा सो करोड़ जनता का विशवास है ,,पुरे देश को एक नयी दिशा देगा ,,,प्रहलाद गुंजल ने कहा प्रेस क्लब के इस कार्यक्रम में मुझे बुलाया सभी का आभार ,,लेकिन इस प्रेस क्लब के किसी भी हितकारी कार्य के लिए ,,प्रेस क्लब अध्यक्ष मुझ से जो भी काम कहेंगे में हर हाल में उस काम को पूरा करूँगा ,,कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि पद से बोलते हुए ,,पार्षद ब्रजेश शर्मा नीटू ने भी मैनेज खबरों को लेकर खरी खरी सुनाई ,,उन्होंने कहा की कुछ चेहरे है ,,जो अलग अलग ऐंगल से हर अख़बार ,,मिडिया में अपनी खबरे प्रचारित करवाते है ,,वोह कुछ नहीं करते फिर भी उनके चेहरे ,,उनके फोटो ,,उनकी खबरे रोज़ अखबारों में होती है ,,,उन्होंने चेलेंज देते हुए कहा के ऐसे रोज़ अखबारों में छपने वाले चेहरो से कोटा के मुद्दों पर भीड़ जुटाने के लिए कह दो ,,और जनता के लिए संघर्ष करने वाले लोकप्रिय विधायक प्रह्लाद गुंजल को कह दो ,,फिर देख लो कोटा की जनता किस के साथ है ,,उन्होंने कहा के अखबारों को इस व्वयस्था में बदलाव लाना होगा ,,निष्पक्षता लाना होगी ,,,ब्रजेश शर्मा नीटू ने नवनिर्वाचित प्रेस क्लब कार्यकारिणी से आह्वान किए चुनाव होते है ,,हार जीत होती है ,,लेकिन निवर्तमान अध्यक्ष धीरज गुप्ता तेज के चार कार्यकालों का अपना अनुभव है ,,ऐसे में नयी कार्यकारिणी को उनके अनुभवो का लाभ लेना चाहिए ,,कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि पूर्व प्रेस क्लब अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार प्रद्युम्न शर्मा ने भी सम्बोधित किया ,,प्रारम्भ में अध्यक्ष गजेन्द्र व्यास ने स्वागत भाषण दिया ,,अंत में सचिव जितेंद्र शर्मा ने धन्यवाद दिया ,,कार्यक्रम का सफल संचालन भाई प्रताप सिंह तोमर ने किया ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,प्रह्लाद गुंजल ने पत्रकार श्याम रोहिड़ा द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत करते वक़्त चुटकी लेते हुए कहा के यह फोटू ज़रूर खेंचना ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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