तुमने मुझ बेजान में
प्यार का तोहफा दे कर
जान डाल दी थी ,,
अब वही जान
तुमने फिर से
अपनी ख़ुशी के खातिर
अपनी अना के खातिर
बढे प्यार से ले ली है ,,अख्तर
प्यार का तोहफा दे कर
जान डाल दी थी ,,
अब वही जान
तुमने फिर से
अपनी ख़ुशी के खातिर
अपनी अना के खातिर
बढे प्यार से ले ली है ,,अख्तर
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